उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा उलटफेर सामने आया है। समाजवादी पार्टी ने हाल ही में राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग करने या अनुपस्थित रहने वाले आठ विधायकों को नोटिस जारी किया था। अब पार्टी ने तीन बागियों को औपचारिक रूप से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इनमें सबसे प्रमुख नाम ऊंचाहार, रायबरेली से चार बार के विधायक Manoj Pandey का है।
सूत्रों के मुताबिक, Manoj Pandey जल्द ही विधायक पद से इस्तीफा दे सकते हैं और दोबारा चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। माना जा रहा है कि अगर वे चुनाव जीतते हैं, तो योगी सरकार में उन्हें कोई अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। गौरतलब है कि बागी विधायकों में से अब तक भाजपा की सदस्यता लेने वाले पहले और एकमात्र विधायक Manoj Pandey हैं। उन्होंने अपना राजनीतिक सफर स्थानीय निकाय चुनावों से शुरू किया था और लगातार चार बार विधायक चुने जा चुके हैं।
सपा से निष्कासन के बाद, अब वे दल-बदल कानून से भी बाहर हो गए हैं, जिससे उन्हें अपने नए राजनीतिक कदम उठाने की पूरी स्वतंत्रता मिल गई है। अब देखना होगा कि ऊंचाहार की जनता एक बार फिर मनोज पांडेय को मौका देती है या नहीं, और क्या वाकई भाजपा उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपती है?