महाकुंभ के दौरान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या को मेले में जानलेवा भगदड़ की घटनाएँ हुईं थीं, इस भगदड़ को लेकर सरकार ने दावा किया कि इसमें 37 लोगों की मौत हुई और मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए का मुआवज़ा दिया गया लेकिन अब इस भगदड़ को लेकर बीबीसी ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें दावा किया गया है कि 37 नहीं बल्कि मरने वालों की संख्या 82 है।

रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि 26 ऐसे परिवार पाए गए, जिन्हें पाँच-पाँच लाख रुपए कैश के बंडल तो दिए गए, लेकिन उनके परिवार के मृतकों की गिनती को शामिल नहीं किया गया।
BBC की रिपोर्ट पर अब विपक्ष ने सवाल उठाया है सपा प्रमुख Akhilesh Yadav ने कहा ये रिपोर्ट अंत नहीं, महाकुंभ में हुई मृत्युओं और उनसे जुड़े पैसों के महासत्य की खोज का आरंभ है। सत्य जब उजागर होता है, तो झूठ की परत-दर-परत खुलती है, जो स्वांग के हर चोगे और मुखौटे को उतारती जाती है, परदे उठाती जाती है। झूठ का कोई भी सूचना-प्रबंधन ऐसे सत्य को बाहर आने से नहीं रोक सकता।