Ayodhya Diwali 2025:अयोध्या में अब तक 23.82 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे, दीपोत्सव 2025 की तैयारियां जोर पर

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Ayodhya Diwali 2025
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लखनऊ: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या इस वर्ष श्रद्धा और भक्ति का केंद्र बनी हुई है। जनवरी से जून 2025 के बीच अब तक 23.82 करोड़ श्रद्धालु अयोध्या पहुंच चुके हैं। यह अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दीपोत्सव 2025 के दौरान यह संख्या और तेजी से बढ़ेगी।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, दीपोत्सव ने अयोध्या की पहचान को देश ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मजबूत किया है। सरकार के बयान में कहा गया है कि “अयोध्या आने वाले पर्यटकों की संख्या हर साल बढ़ रही है। जहां घरेलू पर्यटक बहुमत में हैं, वहीं विदेशी सैलानियों की रुचि भी अब तेजी से बढ़ रही है।”

पर्यटन विभाग के आंकड़े

पर्यटन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि 2017 में जब पहली बार दीपोत्सव मनाया गया था, तब 1.78 करोड़ लोग आए थे। 2018 में यह संख्या 1.95 करोड़, 2019 में 2.05 करोड़, और 2023 में 5.75 करोड़ तक पहुंच गई। कोरोना काल में वर्ष 2020 में यह संख्या घटकर 61 लाख रह गई थी, लेकिन 2024 में यह फिर बढ़कर 16.44 करोड़ हो गई। इस वर्ष के पहले छह महीनों में ही 50,000 से अधिक विदेशी पर्यटक अयोध्या का दौरा कर चुके हैं।

विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे

अधिकारियों ने बताया कि यह बढ़ोतरी अयोध्या के तेजी से विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे की वजह से हुई है। शहर में अब चार और छह लेन की सड़कों का जाल बिछाया गया है, नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, और आधुनिक रेलवे स्टेशन तैयार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या एक आध्यात्मिक और आर्थिक विकास के प्रतीक के रूप में उभरी है। राम मंदिर निर्माण ने न केवल शहर की पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित किया है बल्कि हजारों लोगों को रोजगार भी दिया है। अब अयोध्या वैश्विक तीर्थ और पर्यटन केंद्र के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है। दीपोत्सव ने इस परिवर्तन को और मजबूती दी है।

दीपोत्सव का जोरों पर तैयारियां

दीपोत्सव 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय और अयोध्या जिला प्रशासन मिलकर इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने में जुटे हैं। इस बार लगभग 33,000 स्वयंसेवक 26 लाख दीये जलाकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी में हैं।

56 घाटों पर विशेष सजावट

विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल बिजेंद्र सिंह ने कहा कि इस पर्व से “भगवान श्रीराम की जन्मभूमि से समानता और सौहार्द का संदेश” दिया जाएगा। सरयू तट के 56 घाटों पर विशेष सजावट की गई है, जहां 80,000 दीयों से स्वस्तिक का प्रतीक बनाया जा रहा है।

जिला प्रशासन ने किये सख्त इंतजाम

जिला प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए हैं। केवल पहचान पत्र धारकों को ही घाटों में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम को मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद लेज़र, लाइट, साउंड और ड्रोन शो के साथ राम की पैड़ी पर भव्य दीपोत्सव का शुभारंभ होगा।

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