राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज थाना क्षेत्र में 23 वर्षीय ऑटो चालक अल्मास सिद्दीकी उर्फ अज्जू की निर्मम हत्या से पूरे इलाके में सनसनी और दहशत फैल गई है। हत्यारों ने 8 से 10 बार फोन करके अल्मास को घर से बाहर बुलाया और फिर धारदार हथियार या भारी वस्तु से सिर व चेहरे पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी जान ले ली। शव को पहचान छिपाने की नीयत से चेहरा पूरी तरह क्षत-विक्षत कर दिया गया और मऊ नहर किनारे कीचड़ भरी झाड़ियों में फेंक दिया।
अल्मास मऊ गांव (मोहनलालगंज) का रहने वाला था और ऑटो चलाकर परिवार का पालन-पोषण करता था। सोमवार शाम करीब 7:30 बजे वह परिजनों से “खुजौली जा रहा हूं, जल्द लौटूंगा” कहकर घर से निकला था। जब देर रात तक वह वापस नहीं आया तो परिवार ने उसकी तलाश शुरू की और मोहनलालगंज थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मंगलवार सुबह मऊ नहर के किनारे झाड़ियों में उसका खून से लथपथ शव मिला। शव की हालत देखकर परिजन और ग्रामीण सन्न रह गए – सिर कुचला हुआ था, चेहरे और शरीर पर गहरे घाव थे। पास में उसकी चप्पलें पड़ी थीं और कुछ दूर माचिस भी बरामद हुई, जो हत्या के तरीके की ओर इशारा कर रही है।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। शुरुआती जांच में धारदार हथियार या भारी वस्तु से वार करने के निशान मिले हैं। हत्यारों ने जानबूझकर चेहरा कुचलकर पहचान मुश्किल करने की कोशिश की। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और अल्मास के मोबाइल की कॉल डिटेल्स, लोकेशन ट्रेसिंग और आखिरी कॉल्स की जांच कर रही है। परिजनों का कहना है कि अल्मास का किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, लेकिन पुरानी रंजिश या किसी विवाद में यह हत्या हुई हो सकती है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और वे जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने पुलिस से सुरक्षा बढ़ाने और मामले का शीघ्र खुलासा करने की अपील की है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि जल्द ही हत्यारे पकड़े जाएंगे। यह वारदात राजधानी में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े कर रही है।




