
कोडीन कफ सिरप की अवैध तस्करी का मामला एक बार फिर चर्चा में है। Uttar Pradesh Legislative Assembly में मुद्दा उठने के बाद अब Varanasi Police ने कार्रवाई तेज कर दी है। पुलिस फरार चल रहे मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल को पकड़ने के लिए पूरी तरह सक्रिय हो गई है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, शुभम जायसवाल की गिरफ्तारी के लिए घोषित इनाम की राशि 25 हजार रुपये से बढ़ाकर अब 50 हजार रुपये कर दी गई है। इससे पहले भी शुभम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जा चुका है, लेकिन अब उसके नेटवर्क पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया गया है।
जांच में सामने आया है कि शुभम जायसवाल के तीन करीबी सहयोगी—आकाश पाठक, दिवेश जायसवाल और अमित जायसवाल—भी इस तस्करी सिंडिकेट में अहम भूमिका निभा रहे थे। पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ भी लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है। बताया जा रहा है कि दिवेश जायसवाल दवा कारोबार से जुड़े खातों का संचालन करता था, जबकि अमित और आकाश फर्जी फर्में तैयार कराने और नए लोगों को इस नेटवर्क से जोड़ने का काम करते थे।
पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपियों द्वारा युवाओं को 40 से 50 हजार रुपये प्रतिमाह का लालच देकर उनके नाम पर बैंक खाते खुलवाए जाते थे। इसके साथ ही फर्म का पंजीकरण और बोगस तरीके से ई-वे बिल जनरेट कर अवैध कारोबार को छिपाने की कोशिश की जाती थी।
वाराणसी पुलिस का कहना है कि मामले से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है।



