
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। 24 घंटे के भीतर यह दूसरी मुलाकात होने के चलते राज्य की राजनीति में इस पर चर्चाएं तेज हो गई हैं। हालांकि डिप्टी सीएम पाठक ने इसे शिष्टाचार भेंट बताया है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने यूपी Tak से बातचीत में कहा कि वह प्रधानमंत्री का आशीर्वाद लेने दिल्ली पहुंचे थे। इस मुलाकात के दौरान वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी भी उनके साथ मौजूद रहे।
गौरतलब है कि इससे पहले लखनऊ में राष्ट्रीय प्रेरणा स्थल के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक ही मंच पर नजर आए थे। इसके कुछ ही घंटों बाद दिल्ली में हुई इस भेंट ने राजनीतिक हलकों में कई तरह के कयासों को जन्म दे दिया है।
मुलाकात के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री से आत्मीय भेंट के दौरान स्नेहिल सानिध्य और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा समय देने और मार्गदर्शन के लिए आभार भी व्यक्त किया।
इस बीच उत्तर प्रदेश में भाजपा की अंदरूनी सियासत को लेकर भी चर्चाएं जारी हैं। हाल ही में विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान पार्टी के 35 से अधिक ब्राह्मण विधायकों और एमएलसी ने ‘कुटुंब मिलन’ के नाम पर सहभोज कार्यक्रम आयोजित किया था। बाद में सामने आया कि इस दौरान कुछ विधायकों ने संगठन और सरकार में ब्राह्मणों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व न मिलने की बात उठाई थी।
इस सहभोज की जानकारी पार्टी नेतृत्व तक पहुंचने के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पंकज चौधरी ने इस पर नाराजगी भी जताई थी। ऐसे राजनीतिक माहौल के बीच डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की प्रधानमंत्री से हुई यह मुलाकात अहम मानी जा रही है, हालांकि आधिकारिक तौर पर इसे सामान्य शिष्टाचार भेंट ही बताया गया है।
