नए साल 2026 के स्वागत के लिए मथुरा-वृंदावन में भक्तों का जमावड़ा शुरू हो गया है। ठाकुर श्री बांके बिहारी जी के दर्शन की आस में लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। प्रमुख होटल, गेस्ट हाउस और रिसॉर्ट्स में कमरे पहले से ही बुक हो चुके हैं। प्रशासन ने भीड़ और ट्रैफिक प्रबंधन के लिए बड़े इंतजाम किए हैं।
क्या है पूरा मामला?
हर साल की तरह इस बार भी नववर्ष पर वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में भारी भीड़ की उम्मीद है। मंदिर सेवायतों का अनुमान है कि इस बार 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए आएंगे। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से सबसे ज्यादा बुकिंग्स आई हैं।
श्रद्धालु बांके बिहारी के अलावा इस्कॉन मंदिर, राधा बल्लभ मंदिर, राधा रमण मंदिर और संत प्रेमानंद महाराज के दर्शन की भी योजना बना रहे हैं। कई भक्त मानते हैं कि नए साल की शुरुआत अपने आराध्य के दर्शन से करने से पूरा वर्ष शुभ रहता है। इसी वजह से होटलों और धर्मशालाओं की बुकिंग जोरों पर है।
वृंदावन और मथुरा के ज्यादातर बड़े होटल-रिसॉर्ट फुल हो चुके हैं। एलीगेंस रिसॉर्ट के मालिक सुरेन उतरेजा ने बताया कि उनके यहां ज्यादातर कमरे एडवांस में बुक हो गए हैं। कई लोग डबल रेट देने को भी तैयार हैं। होटल श्रीकृष्णा इंटरनेशनल के संचालक महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि नववर्ष से कई दिन पहले ही तैयारी शुरू हो जाती है। जिले में 900 से ज्यादा होटल-गेस्ट हाउस और 500 से अधिक आश्रम हैं, जहां ऑनलाइन बुकिंग्स तेजी से हो रही हैं। छोटे गेस्ट हाउस और होम स्टे में अभी कुछ जगह बाकी है।
बाहरी वाहनों पर सख्ती, पार्किंग और परिवहन के इंतजाम
भीड़ को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने यातायात प्लान तैयार किया है। 25 दिसंबर 2025 से 5 जनवरी 2026 तक मथुरा-वृंदावन में बाहर के वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक रहेगी। छटीकरा से आने वाले वाहनों को रुक्मिणी विहार पार्किंग में रोका जाएगा।
श्रद्धालु यहां स्थायी और अस्थाई पार्किंग में गाड़ियां खड़ी कर ई-रिक्शा या गोल्फ कार्ट से मंदिरों तक पहुंच सकेंगे। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं ताकि भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो।





