मेरठ में हापुड़ क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर महेंद्र कुमार को 4 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। एंटी करप्शन टीम ने ट्रैप के दौरान उन्हें पकड़ते हुए उनका वीडियो भी बनाया। वीडियो में इंस्पेक्टर महेंद्र अपने हाथ से मुंह ढकते और फिर रौबदार स्टाइल में चलते दिख रहे हैं।
मामले की पूरी जानकारी:
इंस्पेक्टर महेंद्र कुमार हापुड़ में साल 2021 से तैनात हैं। उनका परिवार मेरठ में रहता है। आरोपी महेंद्र कुमार एक युवक को परेशान कर रहे थे और 4 लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे थे। पीड़ित लोकेश ने एंटी करप्शन विभाग में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद टीम ने ट्रैप की योजना बनाई।
रिश्वत लेने की योजना:
लोकेश के पास रिकॉर्डिंग डिवाइस था। 4 लाख रुपए जूते के डिब्बे में रखकर इंस्पेक्टर को देने गए। जैसे ही रकम हाथ लगी, एंटी करप्शन टीम ने तुरंत दबिश दी और महेंद्र कुमार को पकड़ लिया।
इंस्पेक्टर का इतिहास:
महेंद्र कुमार पहले बुलंदशहर हाईवे गैंगरेप केस में झूठे आरोपियों को पेश कर चुके हैं। हापुड़ में उन्होंने कई थानों में प्रभारी के तौर पर काम किया है। उनके खिलाफ अब इंटरनल जांच शुरू कर दी गई है।
रिश्वत लेने का कारण:
महेंद्र कुमार पिछले 4 साल से दारा सिंह, मनोज और अजय पाल के मामले में पैरवी कर रहे लोकेश से रिश्वत ले रहे थे। लोकेश ने अब तक लगभग ढाई लाख रुपए दिए थे। इंस्पेक्टर ने 4 लाख रुपए और मांगते हुए दो आरोपियों के नाम मुकदमे से हटाने का भरोसा दिया।
पुलिस कार्रवाई:
हापुड़ एसपी केजी सिंह ने बताया कि इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है और मामले की पूरी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।




