कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को गार्ड ऑफ ऑनर, वायरल वीडियो से विवाद; डीजीपी ने एसपी से मांगा जवाब

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य पुंडरीक गोस्वामी को पुलिस लाइन्स के परेड ग्राउंड पर गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस घटना ने राजनीतिक और प्रशासनिक हलचल मचा दी है। यूपी पुलिस मुख्यालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए बहराइच के पुलिस अधीक्षक से स्पष्टीकरण तलब किया है।

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कथावाचक एक सरकारी गाड़ी से उतरते हैं, लाल कालीन बिछाया गया है, पुलिस अधिकारी सैल्यूट करते हैं और ट्रेनी पुलिसकर्मी परेड करते हुए सलामी देते हैं। खुद बहराइच एसपी परेड की अगुवाई करते नजर आ रहे हैं। यह आयोजन नवंबर में पुलिस लाइन्स में हुआ था, जहां पुंडरीक गोस्वामी को पुलिस ट्रेनिंग के दौरान तनावग्रस्त ट्रेनियों के लिए मोटिवेशनल स्पीच, योग और ध्यान सत्र के लिए आमंत्रित किया गया था।

बहराइच पुलिस की ओर से सफाई दी गई है कि ट्रेनिंग के दौरान मानसिक और शारीरिक तनाव से कई ट्रेनी इस्तीफा दे चुके थे। ऐसे में गोस्वामी को बुलाकर उनका मनोबल बढ़ाया गया, जो फायदेमंद साबित हुआ। हालांकि, परेड ग्राउंड का धार्मिक कार्यक्रम के लिए इस्तेमाल और गार्ड ऑफ ऑनर को प्रोटोकॉल का उल्लंघन माना जा रहा है।

वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष ने तीखा हमला बोला है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने तंज कसा कि पुलिस सलामी में व्यस्त रहेगी तो अपराधी मस्त रहेंगे। भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने इसे संविधान पर हमला करार दिया और सवाल उठाया कि गोस्वामी कौन से संवैधानिक पद पर हैं। अन्य नेताओं ने भी राज्य के धर्मनिरपेक्ष चरित्र पर सवाल खड़े किए हैं।

यूपी डीजीपी ने परेड ग्राउंड के अनधिकृत उपयोग पर संज्ञान लिया है और बहराइच एसपी से रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों के अनुसार, जांच के बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई हो सकती है। यह मामला पुलिस प्रोटोकॉल और राज्य की धर्मनिरपेक्षता पर बहस छेड़ चुका है।

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