राजधानी के पॉश इलाके हजरतगंज में जालसाजों ने एटीएम मशीन को निशाना बनाकर एक नया तरीका अपनाया है। आरोपियों ने कैश निकालने वाले हिस्से में विशेष डिवाइस फिट कर ग्राहकों के पैसे अंदर ही रोक दिए और बाद में खुद आकर रकम निकाल ली। इस घटना में कुल 28,500 रुपये की चोरी सामने आई है। मामला यूको बैंक की अशोक मार्ग ब्रांच से जुड़ा है, जहां बैंक अधिकारियों ने हजरतगंज पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है।
बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक के मुताबिक, 1 दिसंबर को दो अज्ञात व्यक्ति एटीएम बूथ में दाखिल हुए और कैश डिस्पेंस स्लॉट में डिवाइस लगा दिया। इसके चलते जब ग्राहक पैसे निकालने आए तो राशि खाते से कट गई, लेकिन नोट बाहर नहीं निकले। अगले दिन सुबह वही लोग वापस लौटे, डिवाइस हटाया और उसमें फंसे 10,000 रुपये लेकर चंपत हो गए।
बैंक की आंतरिक जांच में पता चला कि इसी तरह की वारदातें 3 दिसंबर, 5 दिसंबर और 6 दिसंबर को भी हुईं। कुल मिलाकर जालसाज अब तक 28,500 रुपये लूट चुके हैं। बैंक प्रबंधन ने एटीएम की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दी है, जिसमें संदिग्धों की तस्वीरें कैद हुई हैं।
हजरतगंज पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और चोरी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम संदिग्धों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए छानबीन कर रही है। इस घटना से एटीएम यूजर्स में दहशत है। बैंक ने ग्राहकों को सलाह दी है कि अगर ट्रांजेक्शन के दौरान पैसा न निकले लेकिन अकाउंट से अमाउंट डेबिट हो जाए तो फौरन बैंक हेल्पलाइन या ब्रांच को सूचित करें।
ऐसे मामले बढ़ते जा रहे हैं, जिसमें ठग तकनीकी तरीके से एटीएम को टारगेट कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यूजर्स को एटीएम इस्तेमाल करते समय मशीन पर किसी अतिरिक्त डिवाइस की जांच करनी चाहिए और संदेह होने पर तुरंत अलर्ट करना चाहिए। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई सुराग मिले तो तत्काल सूचना दें।





