जेल में बंद बेटे से मिलने आए पिता की मुलाकात के बाद मौत, सदमे से गई जान

राजधानी लखनऊ की जिला जेल में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। जेल में बंद बेटे से मुलाकात करके बाहर निकले पिता की अचानक तबीयत बिगड़ गई और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों का मानना है कि मानसिक सदमे से यह हादसा हुआ।

मृतक की पहचान गोंडा जिले के करनैलगंज थाना क्षेत्र के खतरीपुर चचेरी गांव निवासी राजेश निगम के रूप में हुई है। बुधवार सुबह वे अपने दामाद महेश के साथ बेटे विकास निगम से मिलने जिला जेल पहुंचे थे। दोपहर करीब 12:30 बजे मुलाकात खत्म होने के बाद जैसे ही वे बाहर निकले, राजेश को अचानक घबराहट और बेचैनी होने लगी।

वे जेल के प्रतीक्षा कक्ष में पत्थर की बेंच पर बैठ गए, लेकिन हालत बिगड़ने पर लेट गए। जेल कर्मियों ने तुरंत अधिकारियों को सूचित किया और एम्बुलेंस से उन्हें गोसाईंगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बेटे के जेल जाने से थे गहरे तनाव में

परिजनों के अनुसार, बेटे विकास के जेल जाने के बाद से राजेश निगम बेहद मानसिक तनाव में थे। वे कई दिनों से काम पर भी नहीं जा रहे थे। राजेश और विकास तकरोही इलाके में किराए के मकान में साथ रहते थे और मजदूरी करके गुजारा करते थे। पिता की मौत की खबर सुनकर जेल में बंद विकास फूट-फूटकर रो पड़ा। बैरक के अन्य कैदियों ने उसे सांत्वना दी।

सूचना मिलते ही मृतक की पत्नी ऊषा निगम, तीन बेटियां और अन्य परिजन गोंडा से लखनऊ जिला अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की सटीक वजह स्पष्ट हो सकेगी।

परिवार पर टूटा दुख का पहाड़

राजेश के परिवार में पत्नी, जेल में बंद बेटा विकास और तीन बेटियां हैं। इस घटना से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। जिला कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक आरके जायसवाल ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली, तुरंत एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

यह घटना एक बार फिर मानसिक स्वास्थ्य और परिवारों पर पड़ने वाले तनाव के प्रभाव को उजागर करती है।

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