कानून का राज ही यूपी के आत्मविश्वास की असली वजह: पीएसी स्थापना दिवस पर बोले सीएम योगी

उत्तर प्रदेश प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) के स्थापना दिवस समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बल के जवानों को संबोधित किया। उन्होंने पीएसी के 78 वर्षों के गौरवशाली इतिहास की सराहना करते हुए कहा कि अनुशासन, शौर्य, त्याग और समर्पण इस बल की पहचान रहे हैं। सीएम ने जवानों से साहस, कर्तव्यनिष्ठा और व्यावसायिक दक्षता बनाए रखने की अपील की।

कानून का राज और सुशासन यूपी की नई पहचान

मुख्यमंत्री ने कहा, “यूपी में आज जो आत्मविश्वास दिख रहा है, उसकी बड़ी वजह कानून का राज है। कानून-व्यवस्था मजबूत होने से ही सुशासन संभव है, जो निवेश को आकर्षित करता है और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करता है।” उन्होंने प्रदेश की बदली हुई छवि का श्रेय बेहतर सुरक्षा व्यवस्था को दिया।

सीएम योगी ने पीएसी की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और बल के अदम्य साहस को याद किया:

  • 2001 में संसद पर आतंकी हमले के दौरान 30वीं वाहिनी पीएसी के जवानों ने सभी पांच आतंकियों को मार गिराया।
  • 2005 में अयोध्या के राम जन्मभूमि परिसर पर हुए हमले को भी पीएसी ने सीआरपीएफ और यूपी पुलिस के साथ मिलकर नाकाम बनाया।

सरकार के प्रयास: भर्ती, आधुनिकीकरण और महिला सशक्तिकरण

सीएम ने पिछले साढ़े आठ वर्षों में पीएसी को मजबूत बनाने के लिए किए गए कार्यों का जिक्र किया:

  • 46 कंपनियों को पुनर्जीवित किया गया।
  • 41,893 आरक्षियों और 698 प्लाटून कमांडरों की भर्ती।
  • वर्तमान में 1,648 प्लाटून कमांडर और 15,131 आरक्षियों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है।
  • दिवंगत जवानों के 396 आश्रितों को आरक्षी और 58 को प्लाटून कमांडर पद पर नियुक्ति।
  • पदोन्नति में बढ़ोतरी: 184 निरीक्षक, 3,772 उपनिरीक्षक पद बढ़ाए गए।
  • अत्याधुनिक हथियार और दंगा नियंत्रण उपकरण प्रदान किए गए।
  • तीन महिला पीएसी वाहिनियों का गठन (वीरांगना ऊदा देवी, झलकारी बाई और अवंती बाई)। तीन और वाहिनियों के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया जारी।
  • खेल बजट 70 लाख से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये किया गया। पुलिस खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्जनों पदक जीते।

पूरे पुलिस बल में रिकॉर्ड भर्ती

योगी सरकार ने यूपी पुलिस में 2.19 लाख कार्मिकों की भर्ती की, जिसमें 20% महिलाओं का आरक्षण सुनिश्चित। महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 44 हजार से अधिक हो चुकी है। मॉडर्न पुलिसिंग, साइबर क्राइम यूनिट और फॉरेंसिक सुविधाओं का विस्तार किया गया।

समारोह में समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण, डीजीपी राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और एडीजी पीएसी डॉ. रामकृष्ण स्वर्णकार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

यह समारोह पीएसी के जवानों के समर्पण और प्रदेश में सुरक्षा के मजबूत माहौल का प्रतीक बना।

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