उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR – Special Intensive Revision) अभियान के तहत अपना SIR फॉर्म भर दिया है। यह प्रक्रिया देशभर में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक चलाई जा रही है, जिसमें मतदाता सूची को शुद्ध और अद्यतन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने यह फॉर्म गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर के मीटिंग रूम में भरकर चुनावी प्रणाली को मजबूत बनाने की दिशा में अपना योगदान दिया।
सीएम योगी ने बूथ में किया मतदान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर विधानसभा क्षेत्र के झूलेलाल मंदिर के पास स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय के मतदान केंद्र पर बूथ संख्या 223 के मतदाता हैं। विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) गोरखनाथ मंदिर पहुंचे और उन्होंने सीएम योगी को SIR फॉर्म उपलब्ध कराया। इस अवसर पर जिलाधिकारी दीपक मीणा, तहसीलदार सदर ज्ञान प्रताप सिंह, भाजपा महानगर संयोजक राजेश गुप्ता, स्थानीय पार्षद, नगर निगम बोर्ड के उपसभापति पवन त्रिपाठी और जीडीए बोर्ड के सदस्य दुर्गेश बजाज भी उपस्थित रहे।
लोकतंत्र को मजबूत करने की अपील
फॉर्म भरने के बाद सीएम योगी ने X (ट्विटर) पर एक संदेश साझा किया जिसमें उन्होंने लिखा, “सशक्त लोकतंत्र की नींव है ‘सत्यापित मतदाता’… आज विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के अंतर्गत गोरखपुर में अपना गणना प्रपत्र स्वयं भरकर उपलब्ध कराया। आप सभी SIR फॉर्म अवश्य भरें। आपका यह छोटा सा प्रयास भारत के लोकतंत्र को मजबूत करेगा।” मुख्यमंत्री की इस अपील का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को मतदाता सूची अद्यतन करने के इस अभियान से जोड़ना है।
मतदाता सूची अपडेट की प्रक्रिया तेज
निर्वाचन विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसी स्थिति में जहाँ मतदाता SIR फॉर्म भरकर जमा नहीं करेंगे, उनके नाम सूची से हटाए जा सकते हैं। इसलिए सभी नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे इस प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी निभाएँ ताकि पात्र मतदाताओं का नाम सूची में बना रहे। प्रदेशभर में BLO घर-घर जाकर यह फॉर्म वितरित कर रहे हैं। यदि घर पर कोई सदस्य मौजूद न हो, तो परिवार का कोई भी वयस्क सदस्य सभी सदस्यों की जानकारी भरकर यह फॉर्म जमा कर सकता है।
जिला निर्वाचन अधिकारियों की समीक्षा बैठक
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) नवदीप रिणवा ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पूर्णत: पारदर्शी हो। किसी भी प्रकार की अनियमितता पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट (BLA) की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि BLO को आवश्यक सहयोग मिल सके।


