गाजियाबाद की एक ठंडी सुबह, तारीख थी 6 नवंबर। इंदिरापुरम के एक होटल में, कमरा नंबर 203 का दरवाज़ा बंद था—और अंदर थी एक ऐसी चुप्पी, जो बहुत कुछ कह रही थी, मगर कोई सुन नहीं पा रहा था। सुबह करीब 8:40 बजे होटल के कर्मचारियों ने जब रूम का दरवाज़ा खटखटाया, तो कोई जवाब नहीं मिला। बार-बार कोशिश के बावजूद कोई हलचल नहीं हुई, तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाज़ा तोड़ा गया, तो अंदर का नज़ारा देखकर सभी के होश उड़ गए—कमरे में एक युवक का शव पंखे से लटका मिला।
कौन हैं मृतक?
मृतक की पहचान रजत प्रताप सिंह के रूप में हुई, जो मूल रूप से मेरठ का रहने वाला था और नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम करता था। वह पिछले तीन दिनों से ओयो होटल में ठहरा हुआ था। शुरुआती जांच में पता चला कि मंगलवार की रात रजत अपने चार दोस्तों के साथ पार्टी कर रहा था। रात देर तक रूम में म्यूजिक और बातचीत की आवाजें सुनी गईं, लेकिन उसके बाद कमरे से कोई हलचल नहीं हुई।
पुलिस की जांच
पुलिस ने जब कमरे की तलाशी ली, तो किसी तरह की जबरन एंट्री या संघर्ष के निशान नहीं मिले। होटल स्टाफ के मुताबिक, दरवाज़ा अंदर से बंद था, जिससे यह शुरुआती तौर पर आत्महत्या का मामला लग रहा है। फिलहाल रजत का मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पुलिस ने कब्जे में ले लिए हैं, ताकि मौत से पहले की परिस्थितियों का पता लगाया जा सके।
मृतक के परिजनों ने किस पर लगाए गंभीर आरोप?
इस बीच, मृतक के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। रजत के चाचा इंद्रपाल सिंह ने कहा कि एक लड़की उसे काफी समय से मानसिक रूप से परेशान कर रही थी। उन्होंने आरोप लगाया कि उसी के टॉर्चर से तंग आकर रजत ने यह कदम उठाया है। परिवार ने मांग की है कि पुलिस उस लड़की से पूछताछ करे और घटना की पूरी सच्चाई सामने लाए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डिजिटल सबूतों की मदद
घटना के बाद इंदिरापुरम पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। होटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि यह पता चल सके कि पार्टी के बाद कौन-कौन कमरे में गया या वहां से निकला। वहीं, रजत की मौत से परिवार और दोस्तों में मातम का माहौल है। एक होनहार सॉफ्टवेयर इंजीनियर की इस तरह की दर्दनाक मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डिजिटल सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।


