बिहार की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। महागठबंधन ने आखिरकार अपने मुख्यमंत्री चेहरे का ऐलान कर दिया है। गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने औपचारिक रूप से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया। वहीं, मुकेश सहनी को उप मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देने का फैसला लिया गया है। इस घोषणा के साथ ही बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने अपने प्रचार अभियान की शुरुआत कर दी है।
तेजस्वी यादव शुक्रवार से बिहार में चुनावी रैलियों का आगाज करेंगे। उनका पहला कार्यक्रम पटना जिले के सिमरी-बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्र में तय है, जहां वे सलखुआ इलाके में एक बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वे दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और वैशाली जिलों में भी रैलियां करने वाले हैं। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव की ये सभाएं महागठबंधन के लिए माहौल बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी।
तेजस्वी यादव का व्यस्त प्रचार कार्यक्रम
सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी यादव प्रतिदिन लगभग 15 रैलियां करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। पहले दिन वे हेलीकॉप्टर से विभिन्न जिलों में पहुंचेंगे। सिमरी-बख्तियारपुर के बाद वे दरभंगा के केवटी स्थित चीनी मिल मैदान में जनसभा करेंगे। इसके बाद उनका काफिला मुजफ्फरपुर जिले के पारू विधानसभा क्षेत्र के आनंदपुर गंगोलिया पहुंचेगा, जहां बड़ी संख्या में लोगों के जुटने की उम्मीद है। तेजस्वी यादव आज समस्तीपुर जिले के उजियारपुर विधानसभा में भी जनसभा करेंगे। इसके अलावा, वे राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के बिदुपुर प्रखंड में तीन स्थानों — बिदुपुर बाजार, चकौसन और चकसिकंदर — में चुनावी कार्यालयों का उद्घाटन करेंगे।
तेजस्वी बने महागठबंधन का चेहरा
हालांकि तेजस्वी यादव को अब औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है, लेकिन वे शुरू से ही महागठबंधन का सबसे प्रमुख चेहरा माने जा रहे थे। 2020 के विधानसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में राजद सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। इस बार भी महागठबंधन पूरी तरह से उनके नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरने जा रहा है। तेजस्वी यादव खुद राघोपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और वहां से वे वोट और समर्थन की अपील करेंगे। इसके साथ ही वे महागठबंधन के अन्य प्रत्याशियों के लिए भी प्रचार करेंगे। उनकी लोकप्रियता और भाषण शैली को देखते हुए सभी उम्मीदवार अपनी सीटों पर तेजस्वी की मौजूदगी चाहते हैं।
हर दिन 15 रैलियों का लक्ष्य
जानकारी के अनुसार, छठ पर्व के बाद तेजस्वी प्रचार की रफ्तार और तेज करने वाले हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने करीब 263 जनसभाएं की थीं और औसतन प्रतिदिन 20 रैलियों को संबोधित किया था। वहीं, लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने 250 से अधिक रैलियां की थीं। इस बार भी वे रोजाना 15 रैलियों का टारगेट लेकर जनता से सीधा संपर्क साधने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।


