पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक निजी मेडिकल कॉलेज की दूसरी वर्ष की छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना शुक्रवार रात की बताई जा रही है, जब 23 वर्षीय छात्रा अपने एक सहपाठी के साथ खाना खाने बाहर गई थी। इसी दौरान कुछ और युवक वहां पहुंचे और कथित रूप से उसके साथ दुष्कर्म किया। छात्रा ओडिशा के बालासोर जिले की रहने वाली है। घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अब तक सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता के पिता ने सुनाई सारी वारदात
पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी को एक सहपाठी खाने के बहाने बाहर ले गया था, लेकिन वहां कुछ अन्य युवक भी आ गए और वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल छात्रा अस्पताल में भर्ती है और उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। परिवार ने पश्चिम बंगाल में सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि उसे इलाज के लिए ओडिशा स्थानांतरित किया जाए।
मुख्यमंत्री मोहन चरण ने की प्रतिक्रिया
इस घटना पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मजि ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह “बहुत ही दर्दनाक और निंदनीय” है। उन्होंने पश्चिम बंगाल सरकार से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
लड़कियों को रात में बाहर नहीं जाना चाहिए-ममता बनर्जी
वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि राज्य में “जीरो टॉलरेंस” की नीति अपनाई गई है और किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा। हालांकि, उनके इस बयान पर कि “लड़कियों को रात में बाहर नहीं जाना चाहिए,” विपक्षी दलों ने तीखी आलोचना की है। भाजपा नेताओं ने इसे “पीड़िता को दोषी ठहराने जैसा” बताया और कहा कि सरकार अपराधियों को बचाने का काम कर रही है।
बांसुरी स्वराज ने बताया शर्मनाक है ये…
भाजपा के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य में “तृणमूल हटाओ, बेटी बचाओ” का नारा हर जगह गूंज रहा है। उन्होंने प्रशासन पर दबाव में काम करने का आरोप लगाया। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने भी ममता बनर्जी की टिप्पणी को “संवेदनहीन और शर्मनाक” बताया।
सघन तलाशी अभियान
पुलिस ने बताया कि इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है और सबूतों के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है। फिलहाल सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और मामले की जांच जारी है