बरेली बवाल के दंगाई बोले-“गलती हो गई, अब कभी नहीं करेंगे”! आखिर क्यों बदले उपद्रवियों के सुर?

0
35

बरेली शहर में हाल ही में हुए उपद्रव ने पूरे प्रशासन को हिला दिया था। पत्थरबाजी और फायरिंग में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि सैकड़ों लोगों पर मुकदमे दर्ज हुए। रविवार को पुलिस ने कार्रवाई तेज करते हुए 22 और उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से 16 पर सीधे बवाल में शामिल होने और 6 पर मौलाना तौकीर रजा खां की गिरफ्तारी के बाद भीड़ को भड़काने का आरोप है।

अदालत में पेश होकर मांगी माफी

सभी आरोपियों को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। चौंकाने वाली बात यह रही कि वहां ज्यादातर आरोपी—जो अधिकतर नौजवान हैं—माफी मांगते नजर आए। मीडिया के सामने पेश किए जाने पर उन्होंने कहा— “हम बहकावे में आ गए थे, अब जीवन में कभी ऐसा नहीं करेंगे।” हालांकि पुलिस का कहना है कि इनमें से कुछ पर पहले से गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। चक महमूद निवासी मोईन उर्फ ‘चोटीकटवा’ तो पहले भी माहौल बिगाड़ने के आरोप में पकड़ा जा चुका है।

अब तक 34 गिरफ्तार, 3 हजार अज्ञात पर केस

मौलाना तौकीर रजा समेत अब तक 34 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस ने कुल 125 लोगों को नामजद किया है और करीब 3,000 अज्ञात लोगों पर भी मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके अलावा 26 संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।

पार्षदों की भूमिका पर जांच

प्रशासन की रिपोर्ट में सामने आया है कि मनाही के बावजूद भीड़ को खलील स्कूल तिराहे की ओर भेजने में पांच पार्षदों की भूमिका रही। एक पार्षद की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि चार पर जांच जारी है। कुल 76 लोग अभी पुलिस के रडार पर हैं।

शहर में हालात सामान्य, लेकिन सतर्कता जारी

बवाल के तीसरे दिन रविवार को स्थिति काफी हद तक सामान्य रही। बाजार खुले और लोग अपनी दिनचर्या में लौटे। हालांकि पुलिस और प्रशासन सतर्क है। संवेदनशील इलाकों में ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई और पुलिस बल ने रूट मार्च भी किया।

25 नवंबर तक धारा 163 लागू

जिले में 25 नवंबर तक भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। किसी भी सार्वजनिक स्थल पर पांच से अधिक लोगों की भीड़ इकट्ठा नहीं हो सकेगी। इसके लिए जिले को चार सुपर जोन और 31 सेक्टरों में बांटा गया है।

नाबालिग भी शामिल

पुलिस ने बताया कि पत्थरबाजी में शामिल 25 नाबालिगों की पहचान कर ली गई है। वे अधिकतर बिहारीपुर, कांकरटोला, सैलानी और खलील स्कूल तिराहा इलाके से हैं। प्रशासन इस मामले में उनके अभिभावकों पर भी कानूनी कार्रवाई पर विचार कर रहा है।

व्हाट्सएप कॉल और ग्रुप से भड़काई गई भीड़

जांच में सामने आया है कि उपद्रवियों को इकट्ठा करने के लिए व्हाट्सएप कॉल और ग्रुप का इस्तेमाल किया गया। नफीस और लियाकत नामक आरोपियों ने भीड़ जुटाने में सक्रिय भूमिका निभाई। यहां तक कि मौलाना तौकीर रजा भी फाइक एन्क्लेव से व्हाट्सएप कॉल पर लगातार संपर्क में थे।

प्रशासन का सख्त संदेश

एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा कि माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं और आरोपियों की कुंडली खंगाल रही हैं। अफसरों ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here