लोकगायिका नेहा सिंह राठौर का पहलगाम आतंकी हमले पर किया गया सोशल मीडिया पोस्ट लगातार विवादों में है। इसी पोस्ट को लेकर दर्ज केस में उन्हें आज यानी 26 सितंबर को लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में जांच अधिकारी के सामने पेश होना था, मगर वह पेश नहीं हुईं। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पुलिस से हाजिरी माफी की अर्जी लगाई है।
कान के ऑपरेशन का दिया कारण
नेहा सिंह राठौर की ओर से कोतवाली को भेजे गए पत्र में बताया गया कि हाल ही में उनके कान का ऑपरेशन हुआ था, लेकिन अत्यधिक तनाव के चलते ऑपरेशन सफल नहीं रहा। डॉक्टर ने उन्हें शोर और तनाव से बचने की सलाह दी है। इसी वजह से वह फिलहाल जांच में शामिल नहीं हो सकतीं। नेहा ने पुलिस से 15 दिनों का समय मांगा है, ताकि वह पूरी तरह स्वस्थ होकर पेश हो सकें।
हाईकोर्ट से मिली थी फटकार
नेहा सिंह राठौर ने इस मामले में केस रद्द करने की याचिका हाईकोर्ट में दायर की थी, लेकिन अदालत ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि उनके कथित पोस्ट में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के नाम का अपमानजनक तरीके से इस्तेमाल किया गया है। कोर्ट ने जांच को सही ठहराते हुए नेहा को जांच अधिकारी के सामने पेश होने का आदेश दिया था।
सुप्रीम कोर्ट में दायर की विशेष अनुमति याचिका
हाईकोर्ट से राहत न मिलने के बाद नेहा सिंह राठौर ने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उनकी ओर से विशेष अनुमति याचिका दायर की गई है।
किस पोस्ट पर मचा था बवाल?
दरअसल, पहलगाम आतंकी हमले के बाद नेहा सिंह राठौर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया था। वीडियो में उन्होंने केंद्र सरकार पर कड़े शब्दों में निशाना साधा था और इसमें बिहार चुनाव का भी जिक्र किया था। इस पोस्ट के बाद राजनीतिक हलकों में भारी विवाद खड़ा हो गया और उनके खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज हुआ। अब देखना यह होगा कि पुलिस उनकी हाजिरी माफी पर क्या रुख अपनाती है और क्या नेहा सिंह राठौर को 15 दिनों की मोहलत मिल पाती है या नहीं।