अगर आपको अचानक कोई जहरीला सांप काट ले, तो आप सबसे पहले क्या करेंगे? डॉक्टर के पास भागेंगे या पहले सांप को ढूंढने लगेंगे? गोरखपुर में एक ऐसी घटना हुई, जिसने सबको हैरान कर दिया। एक महिला को खतरनाक गेहुंअन सांप ने काटा, लेकिन परिवार वाले तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के बजाय… सांप पकड़ने में लग गए। मोबाइल से वीडियो बनाए, तमाशा करते रहे… और इस बीच महिला की जान चली गई। सवाल ये है – ग़लती किसकी थी? सांप की… या इंसानों की लापरवाही की?
क्या है पूरी घटना?
यह घटना गोरखपुर के सहजनवां थाना क्षेत्र के सेमरा गांव की है। 55 वर्षीय गूंजमा देवी रात को खाना खाकर सो रही थीं। सुबह करीब 3 बजे अचानक उन्हें एक जहरीले सांप ने काट लिया। उन्होंने तुरंत अपने बेटों को बताया कि उन्हें सांप ने डसा है। अब यहां से कहानी में अजीब मोड़ आता है—
परिवार वाले उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय, पहले सांप खोजने में लग गए। उन्होंने एक “सांप पकड़ने वाले एक्सपर्ट” को बुलाया। एक्सपर्ट ने टॉर्च जलाकर करीब एक घंटे तक घर का कोना-कोना छाना और आखिरकार दीवार के किनारे से सांप निकाल भी लिया। इस दौरान परिवार और गांव के लोग सांप को देखने में ही मशगूल रहे। कोई वीडियो बना रहा था, कोई नजदीक से सांप को देखने की कोशिश कर रहा था। लेकिन इसी बीच महिला की तबीयत बिगड़ती चली गई। धीरे-धीरे वह बेहोश होकर गिर पड़ीं। जब तक परिवार वाले उन्हें अस्पताल लेकर पहुँचे… बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने देखते ही कहा – “अगर समय पर इलाज होता, तो जान बच सकती थी।”
इस घटना से उठते हुए कुछ सवाल
यहाँ सबसे बड़ा सवाल यही उठता है – आखिर परिवार वालों ने सबसे पहले अस्पताल क्यों नहीं दौड़ाया?
- गाँव की अंधविश्वासी मानसिकता – लोग अक्सर मानते हैं कि अगर सांप पकड़ लिया जाए, तो काटने वाले जहर का असर कम हो जाता है। लेकिन यह सिर्फ एक भ्रम है।
- सोशल मीडिया और तमाशा संस्कृति – आजकल लोग हर घटना को रिकॉर्ड करने लगते हैं। यहां भी कई लोग सांप की वीडियो बनाने में लगे रहे, लेकिन महिला का इलाज प्राथमिकता नहीं बना।
- जागरूकता की कमी – सर्पदंश यानी Snake Bite भारत में मौत का बड़ा कारण है। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, हर साल भारत में करीब 58,000 लोगों की मौत सांप के काटने से होती है। लेकिन फिर भी, ग्रामीण इलाकों में सही समय पर एंटी-वेनम (Antivenom) तक नहीं पहुँच पाता।
- गेहुंअन सांप (Indian Cobra) – यह भारत के सबसे खतरनाक चार सांपों (Big Four) में से एक है। इसके काटने पर हर मिनट कीमती होता है। लेकिन गूंजमा देवी के केस में एक-एक मिनट बर्बाद होता गया।
यानी यह सिर्फ एक दुखद हादसा नहीं, बल्कि एक बड़ी चेतावनी भी है—
👉अंधविश्वास और तमाशा हमारी जान ले सकते हैं।
👉 सांप पकड़ने से ज्यादा ज़रूरी है तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट।
इलाज की जगह तमाशा… और खत्म हो गई ज़िंदगी
दोस्तों, गोरखपुर की इस घटना से हमें एक बहुत बड़ा सबक मिलता है। सांप काटे तो सबसे पहला कदम है – बिना देर किए अस्पताल पहुँचना। सांप को पकड़ना, मारना या वीडियो बनाना – ये सब बाद की बातें हैं। गूंजमा देवी की जान इसलिए गई, क्योंकि उनके परिवार ने सांप को पकड़ने में कीमती वक्त गंवा दिया। अगर समय पर इलाज होता, तो शायद वो आज जिंदा होतीं।