आधी रात का वक्त हो, सड़क सुनसान हो… और अचानक एक स्कूटी सवार सामने आ जाए। पुलिस उसे रोकने की कोशिश करे, लेकिन वो न सिर्फ भागे… बल्कि पुलिस पर ही गोली चला दे! अब twist ये है कि इस बार सामने कोई आम पुलिस टीम नहीं थी… बल्कि गाजियाबाद की महिला पुलिस टीम थी। और यहीं से शुरू हुई एक ऐसी मुठभेड़, जिसने पूरे शहर को चौंका दिया।
घटना का माहौल
नवरात्रि का पहला दिन था। लोहिया नगर के पास महिला थाना SO रितु त्यागी अपनी टीम के साथ रात डेढ़ बजे चेकिंग कर रही थीं। टीम में दो महिला दरोगा और दो हेड कॉन्स्टेबल मौजूद थीं। तभी मेरठ रोड की तरफ से एक स्कूटी तेज़ी से आती दिखी। महिला पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया… लेकिन स्कूटी सवार ने रुकने के बजाय भागने की कोशिश की।और यहीं से शुरू हुई कहानी का असली थ्रिल।
पीछा और फायरिंग
पुलिस टीम ने तुरंत पीछा किया। घबराहट में स्कूटी सवार मोड़ पर गिर पड़ा… और फिर बिना वक्त गँवाए, उसने अपनी स्कूटी वहीं छोड़ दी। लेकिन अब कहानी और खतरनाक हो गई—
वो भागते-भागते अचानक मुड़ा और तमंचे से महिला पुलिस पर गोली चला दी!
महिला पुलिस का पलटवार
लेकिन महिला पुलिस टीम ने हार नहीं मानी। तुरंत मोर्चा संभाला… घेराबंदी की… और जवाबी फायरिंग की। गोली सीधी लगी बदमाश के पैर में। वो दर्द से चीख उठा… और फिर वहीं गिर पड़ा। पकड़े जाने पर उसने हाथ जोड़कर कहा— “माफ कर दो… अब कभी गलती नहीं करूँगा, कभी पुलिस पर गोली नहीं चलाऊँगा।” ये सुनकर आसपास मौजूद लोग भी हैरान रह गए।

बदमाश का खुलासा
गिरफ्तार बदमाश का नाम निकला जितेंद्र, जो गाजियाबाद के विजयनगर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर पहले से चोरी और लूट के 10 मुकदमे दर्ज हैं। वो NCR में गैंग बनाकर लूटपाट करता था। जो भी चुराता… सस्ते दामों में बेचकर अपने शौक पूरे करता था। यहां तक कि जो स्कूटी उसके पास से मिली… वो भी दिल्ली से चोरी की हुई थी।
महिला पुलिस का पहला एनकाउंटर

सबसे खास बात ये है कि— गाजियाबाद की महिला पुलिस टीम का ये पहला एनकाउंटर है। कमिश्नर ने कहा है कि यह वाकई नारी शक्ति की मिसाल है। ये एनकाउंटर न सिर्फ बदमाशों को चेतावनी है… बल्कि महिला पुलिस की ताकत और साहस की भी पहचान है। ये थी गाजियाबाद की वो हकीकत से भरी फिल्मी कहानी, जहाँ बदमाश ने पुलिस पर गोली चलाई… लेकिन महिला पुलिस टीम ने उसे जवाब में तुरंत सज़ा दे दी।