
उत्तर प्रदेश शासन ने एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सचिव अमित सिंह की प्रतिनियुक्ति अवधि को बढ़ा दिया है, अब वे 31 मार्च 2027 तक इस पद पर अपनी सेवाएं देते रहेंगे, यह निर्णय न केवल शासन में निरंतरता बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि राज्य की विकास योजनाओं और नीति-निर्माण प्रक्रिया में अनुभवशील नेतृत्व को प्राथमिकता देने का भी संकेत है।
- प्रशासनिक दक्षता का परिचायक
भारतीय रेलवे स्टोर्स सेवा (IRSS) के 2000 बैच के वरिष्ठ अधिकारी अमित सिंह वर्तमान में मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव के रूप में कार्यरत हैं,, अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने शासन में समन्वय, नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन और फील्ड स्तर पर निगरानी तंत्र को सुदृढ़ करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है, उनकी प्रशासनिक कुशलता और रणनीतिक सोच मुख्यमंत्री कार्यालय के कामकाज को अधिक प्रभावशाली और परिणामोन्मुखी बनाने में सहायक रही है।
- नीति और विकास कार्यों की स्थिरता पर जोर
प्रदेश शासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अमित सिंह की सेवाएं आगामी तीन वर्षों तक मुख्यमंत्री सचिव के पद पर जारी रहेंगी, यह निर्णय आगामी विधानसभा चुनावों और प्रमुख विकास परियोजनाओं की गति को बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, उनके नेतृत्व में योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन और विभागीय समन्वय सुनिश्चित किया गया है, जिससे राज्य के विकास को गति मिली है।

- सरकार के भरोसेमंद अधिकारी
मुख्यमंत्री कार्यालय में अमित सिंह की कार्यशैली उन्हें सरकार के भरोसेमंद और प्रभावी अधिकारियों की सूची में प्रमुख स्थान दिलाती है, वे नीतिगत निर्णयों के धरातल पर सफल कार्यान्वयन के साथ-साथ फील्ड से प्राप्त फीडबैक के आधार पर सुधार की प्रक्रिया में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार का यह निर्णय स्पष्ट करता है कि प्रशासनिक दक्षता, अनुभव और परिणामोन्मुखी दृष्टिकोण वाले अधिकारियों को लंबे समय तक अहम जिम्मेदारियों में बनाए रखना उसकी प्राथमिकता है, अमित सिंह की प्रतिनियुक्ति का विस्तार शासन में स्थिरता, पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में एक ठोस कदम है।