लॉर्ड्स टेस्ट में भारत को 22 रन से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने अपनी टीम की शानदार लड़ाई और संघर्षपूर्ण प्रदर्शन पर गर्व व्यक्त किया, हालांकि, गिल ने यह भी माना कि हार के कुछ अहम कारण थे, जिनमें ऋषभ पंत का रन-आउट और एक अर्धशतकीय साझेदारी की कमी प्रमुख थे। मैच के बाद पोस्ट-प्रेजेंटेशन सेरेमनी में शुभमन गिल ने कहा, “मैं अपनी टीम पर बेहद गर्व महसूस करता हूं यह टेस्ट मैच बहुत ही नज़दीकी था, और पांच दिनों तक चला आखिरी सत्र तक हम मैच में बने हुए थे, मुझे पूरा भरोसा था क्योंकि हमारे पास बल्लेबाज़ी बची हुई थी। हमें केवल 50-50 रन की दो साझेदारियों की ज़रूरत थी, लेकिन हम वह नहीं कर पाए।”
गिल ने इस हार को टीम के संघर्ष की कहानी बताया, उन्होंने कहा, “अगर पंत रन-आउट नहीं होते, तो हमारी स्थिति अलग हो सकती थी, हम 70-80 रन की बढ़त बना सकते थे, और फिर पांचवें दिन की मुश्किल पिच पर हमें लगभग 200 रन का पीछा नहीं करना पड़ता।”

मैच के नायक रहे रवींद्र जडेजा, जिन्होंने 61 रन की नाबाद पारी खेली और अंतिम समय तक भारतीय टीम को जीत के करीब ले गए। जडेजा ने अपनी टीम को संघर्ष और उम्मीद की मिसाल दिखाई, जबकि जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने भी अपने अदम्य साहस से टीम को कड़ी चुनौती दी हालांकि, अंत में टीम 170 रन पर ऑलआउट हो गई और मैच हार गई।
इस हार के बावजूद, भारतीय टीम ने शानदार क्रिकेट खेली, और उनके प्रदर्शन ने इस टेस्ट मैच को एक रोमांचक व यादगार मुकाबला बना दिया। शुभमन गिल की कप्तानी में टीम ने हार के बावजूद दर्शाया कि उनकी लड़ाई और दृढ़ संकल्प कभी कम नहीं होते। गिल ने कहा हमारी टीम का आत्मविश्वास और समर्पण लगातार बढ़ रहा है, और हमें अपने प्रदर्शन पर गर्व है, अगला मैच हमारे लिए और भी महत्वपूर्ण होगा, और हम उस पर ध्यान केंद्रित करेंगे।