हरियाणा के बहुचर्चित लैंड घोटाले में रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार तीन दिन से उनसे पूछताछ कर रही है। यह मामला 2008 में गुरुग्राम के शिकोहपुर में की गई एक जमीन डील से जुड़ा है, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं।
ईडी एक्शन के बीच भाजपा को कांग्रेस पर सियासी हमला करने का मौका मिल गया। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने रॉबर्ट वाड्रा को ‘क्राइम मास्टर गोगो’ कहकर तंज कसा और गांधी परिवार को ‘नकली’ बताते हुए कहा कि उन्होंने देश की जनता, किसानों और कानून का मजाक उड़ाया है।
Also Read-एक ऐसा राजनेता जो कहता था “मैं दिन में तीन-तीन बार फैसले नहीं बदलता”
गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “वाड्रा जीजा जी बनकर भूमाफिया बने घूम रहे थे। चार दिन में कंपनी को लाइसेंस दिलवा दिया गया, जो आम आदमी को सालों लग जाते हैं। बिना स्टाम्प ड्यूटी के जमीन खरीदी गई और चार महीने में 58 करोड़ में बेच दी गई – 50 करोड़ का सीधा फायदा! ये खानदानी भ्रष्टाचार की जीती-जागती मिसाल हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “ये समझते थे कि कानून इनके लिए नहीं है। अब वो दौर खत्म हो चुका है। मोदी सरकार में VIP कल्चर नहीं चलता। अगर गुनाह किया है तो कार्रवाई होगी। किसान की जमीन हड़पने वालों से हिसाब लिया जाएगा।”
वहीं, ईडी के सामने पेश होते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने मीडिया से बात की और केंद्र सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “हम हर बार जांच में सहयोग करते हैं। जो सवाल पहले भी पूछे गए, वही फिर से पूछे जा रहे हैं। इसमें कुछ भी नया नहीं है।”
अपने फेसबुक पोस्ट में वाड्रा ने लिखा, “मेरे जन्मदिन के सप्ताह की सेवा कुछ दिनों के लिए रुकी है, लेकिन मैं बुजुर्गों को भोजन और बच्चों को उपहार देने की योजना जारी रखूंगा। सरकार चाहे जितना रोके, मैं अल्पसंख्यकों के हक में आवाज उठाता रहूंगा।”
ईडी की पूछताछ और भाजपा के हमलों के बीच यह मामला अब और ज्यादा सियासी रंग ले चुका है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा राष्ट्रीय राजनीति में गर्म बहस का कारण बन सकता है।