उत्तर प्रदेश में राणा सांगा को लेकर एक बार फिर से राजनीति तेज हो गई है 12 अप्रैल को राजपूत संगठन आगरा में राणा सांगा की भव्य जयंती मनाने का ऐलान कर चुके हैं वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी अपने सांसद रामजीलाल सुमन का समर्थन कर रही है और उनके बयान पर कायम है राणा सांगा पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब यूपी की राजधानी लखनऊ में राजपूतों ने हल्ला बोल दिया है. इस मामले में अखिल भारतीय क्षत्रीय महासभा ने सपा सांसद रामजीलाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल, समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने राणा सांगा पर विवादित बयान दिया था, जिससे राजपूत समाज नाराज हैं. जगह-जगह क्षत्रिय संगठन अपना विरोध दर्ज करवा रहे हैं. ठीक ऐसे ही राजधानी में भी 1090 चौराहे पर इकट्ठे होकर अखिल भारतीय क्षत्रीय महासभा ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा l इस दौरान क्षत्रिय संगठन के लोगों ने समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव और रामजीलाल सुमन के विरोध में नारेबाजी की और रामजीलाल सुमन की इस्तीफे और अखिलेश यादव से माफी की मांग की l
अखिलेश ने कहा कुछ भी होगा तो जिम्मेदारी सरकार की
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा रामजीलाल सुमन के साथ कुछ भी होता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी करणी सेवा के लोग एक विशेष जाति के लोग हैं जिनका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समर्थन करते हैं और रामजीलाल सुमन के साथ कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी l
भाजपा ने अखिलेश पर बोला तीखा हमला
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद प्रवक्ता यूपी के बड़े दलित चेहरे जुगल किशोर ने कहा रामजीलाल सुमन ने महाराणा सांगा का अपमान किया है वो वीर महापुरुष थे राणा सांगा ने संत रविदास को पहली बार चित्तौड़ के महल में विशिष्ट अथिणि के रूप में आमंत्रित किया था यह इतिहास में पहली बार हुआ था जब एक दलित संत को राजभवन से बुलावा आया था राणा सांगा देश के महापुरुष है उनका सब सम्मान करते हैं लाल जी सुमन और अखिलेश यादव केवल वोट बैंक की राजनीति करते हैं यह राणा सांगा का ही नहीं संत रविदास का भी अपमान है और अखिलेश यादव और रामजीलाल सुमन को माफी मांगनी चाहिएl