
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले से सामने आए एक दिल दहला देने वाले हत्याकांड ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। यहां 41 वर्षीय विपिनेश उर्फ विमलेश की हत्या किसी बाहरी ने नहीं, बल्कि बेहद करीबी रिश्तों की साजिश के तहत की गई। इस ब्लाइंड मर्डर केस की परतें जैसे-जैसे खुलीं, कहानी उतनी ही चौंकाने वाली होती चली गई।
उन्नाव के कुशुम्भी गांव निवासी विमलेश 21 दिसंबर की सुबह रोज की तरह काम पर जाने के लिए घर से निकले थे। परिवार को उम्मीद थी कि वह शाम तक लौट आएंगे, लेकिन देर रात तक जब उनका कोई पता नहीं चला और मोबाइल फोन भी बंद मिला, तो परिजनों की चिंता बढ़ गई। काफी तलाश के बाद भी जब कोई सुराग नहीं मिला, तो परिजनों ने थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई।
अगली सुबह यानी 22 दिसंबर को टिकूर गांव के पास झाड़ियों में एक शव मिलने की सूचना से इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस मौके पर पहुंची तो शव की पहचान विमलेश के रूप में हुई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जहां रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि विमलेश की हत्या गला घोंटकर की गई थी। इसके बाद यह मामला महज गुमशुदगी नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या में बदल गया।
पुलिस के लिए यह केस एक ब्लाइंड मर्डर था। शुरुआती जांच में कोई ठोस सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी जांच का सहारा लिया और मोबाइल सर्विलांस के जरिए उन नंबरों की पड़ताल शुरू की, जो घटना से पहले और बाद में विमलेश के संपर्क में थे। इसी जांच ने पुलिस को एक बेहद करीबी रिश्ते तक पहुंचा दिया।
जांच के दौरान पुलिस ने मृतक के साढ़ू अवधेश को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर अवधेश टूट गया और उसने जो कहानी बताई, उसने पूरे मामले को नया मोड़ दे दिया। अवधेश ने कबूल किया कि इस हत्या की साजिश में विमलेश की पत्नी और उसका पुराना प्रेमी अजय कुमार शामिल हैं।
पूछताछ में सामने आया कि विमलेश की पत्नी का प्रेम संबंध शादी से पहले अजय कुमार से था। अजय मूल रूप से लखनऊ का रहने वाला है। किसी कारणवश दोनों की शादी नहीं हो सकी और बाद में परिवार की सहमति से महिला की शादी विमलेश से हो गई। हालांकि शादी के बाद भी पत्नी और अजय के बीच संपर्क बना रहा। फोन पर बातचीत और गुपचुप मुलाकातें होती रहीं, जिसकी भनक विमलेश को कभी नहीं लगी।
पुलिस के अनुसार, पुराने रिश्ते की यह नजदीकी धीरे-धीरे एक खतरनाक साजिश में बदल गई। विमलेश को रास्ते से हटाने की योजना बनाई गई, जिसमें पत्नी के साथ-साथ साढ़ू अवधेश ने भी अहम भूमिका निभाई। अवधेश ने अजय के साथ मिलकर हत्या की साजिश को अंजाम देने में मदद की।
पुलिस का कहना है कि विमलेश को सुनियोजित तरीके से बुलाया गया और फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को टिकूर गांव के पास झाड़ियों में फेंक दिया गया, ताकि मामला भटक जाए। लेकिन तकनीकी साक्ष्यों और पूछताछ के जरिए पुलिस ने पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश कर दिया।
फिलहाल पुलिस ने साढ़ू अवधेश को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों से पूछताछ जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में सभी तथ्यों के आधार पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि रिश्तों में छुपा धोखा किस तरह एक खौफनाक अंजाम तक पहुंच सकता है।
