
लखनऊ से सामने आई इस घटना ने एक बार फिर कॉलेज परिसरों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एक छात्र, जो हाल ही में पैर की सर्जरी के बाद छड़ी के सहारे कॉलेज आ-जा रहा था, उसे पहले भरोसे में लेकर कार में बैठाया गया और फिर जो हुआ, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया।
पीड़ित छात्र के पिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके बेटे को करीब 45 मिनट तक मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, उसे गालियां दी गईं, डराया गया और इसके बाद जाह्नवी मिश्रा और आयुष यादव ने उस पर लगातार थप्पड़े बरसाए।
इस पूरी घटना के दौरान
विवेक सिंह और मिलाय बनर्जी वहां मौजूद रहे
उन्होंने मारपीट रोकने के बजाय पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया
बाद में वही वीडियो कॉलेज कैंपस में वायरल कर दिया गया
इतना ही नहीं, आरोप है कि
छात्र का मोबाइल फोन तोड़ दिया गया
और खुलेआम धमकी दी गई —
“आज के बाद कॉलेज में दिखे तो अंजाम और भी बुरा होगा।”
यह मामला सिर्फ मारपीट का नहीं, बल्कि डर, दहशत और डिजिटल शर्मिंदगी फैलाने की साजिश का भी है। अब देखना होगा कि प्रशासन और पुलिस इस मामले में कितनी सख्ती दिखाती है।




