इस्लाम में नहीं है आतंकवाद के लिये कोई गुंजाइश, हमला इस्लाम की आत्मा पर आघात-अरशद जमाल
ख़बर मऊ जिले से है जहां नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष अरशद जमाल ने कश्मीर के पहलगाम में हुये आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस समय हम सभी एक ऐसी पीड़ा में हैं जिसको बयान नहीं किया जा सकता। यह हमारे हृदय ही महसूस कर रहे हैं। हम सभी प्रत्येक दुखी परिवार के साथ हैं। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शान्ति एवं घायलों के अति शीघ्र ठीक होने की प्रार्थना की ।
पालिकाध्यक्ष जमाल ने बताया कि इस्लाम में आतंकवाद के लिये कोई जगह नहीं है और यह हमला इस्लाम की आत्मा पर हमला है क्योंकि इस्लाम का मूल सिद्धांत यही है कि कोई व्यक्ति यदि किसी एक व्यक्ति की जान ले ले तो उसने पूरी मानवता की जान ले ली। इसी प्रकार यदि किसी व्यक्ति ने एक व्यक्ति की जान बचा ली तो उसने पूरी मानवता को बचा लिया। अरशद जमाल ने दुःख प्रकट करते हुये कहा कि जरा सोचिये कि इस हमले में 28 लोगों की जानें गयी हैं जो हमारे लिये अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है । उन्होंने भारत सरकार से अपील करते हुये कहा कि यह हमला एक ऐसा आतंकी कृत्य है जिसकी कोई माफी हो ही नहीं सकती । सरकार को चाहिये कि ऐसे लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में कोई अन्य आतंकवाद प्रेमी ऐसा कृत्य करने की सोच भी न सके । इस संबंध में ऑल इंडिया मिल्ली कौंसिल के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अरशद जमाल ने कहा कि हम ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड के भी आभारी हैं कि उन्होंने इस घटना के कारण वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन को तीन दिनों के लिये स्थगित कर दिया, जो एक बहुत अच्छा कदम है जो इस्लामी लोकाचार को दर्शाता है।