चित्र : असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा चुनावी रैली को संबोधित करते हुए।
गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 6 अप्रैल को आरोप लगाया कि कांग्रेस का चुनाव घोषणापत्र भारत की तुलना में पड़ोसी देश पाकिस्तान के चुनावों के लिए अधिक उपयुक्त है। तो वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने कहा कि सरमा जैसे दलबदलू लोग इस पुरानी पार्टी के धर्मनिरपेक्ष और समावेशी चरित्र को नहीं समझ पाएंगे। कांग्रेस ने जोर देकर कहा कि उसके घोषणापत्र का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा करना है।
सरमा ने विपक्षी पार्टी द्वारा लाए गए चुनावी वादा दस्तावेज की निंदा करते हुए दावा किया कि इसका लक्ष्य सत्ता में आने के लिए समाज को विभाजित करना है। बता दें हिमंत बिसवा सरमा ने ये बात उस वक्त कही जब वो जोरहाट निर्वाचन क्षेत्र में एक चुनावी रैली के मौके पर मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि यह तुष्टिकरण की राजनीति है और हम इसकी निंदा करते हैं। घोषणापत्र ऐसा लगता है जैसे यह भारत के चुनावों के लिए नहीं बल्कि पाकिस्तान के लिए है।
सरमा ने कहा कि देश में कोई भी व्यक्ति, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम, तीन तलाक की पुनः बहाली नहीं चाहता है, तथा बाल विवाह या बहुविवाह का समर्थन नहीं करता है। बीजेपी नेता ने दावा किया कि कांग्रेस की मानसिकता समाज को बांटकर सत्ता में आने की है। गौरतलब है कि कांग्रेस ने शुक्रवार को अपना घोषणापत्र जारी किया, जिसमें न्याय के पांच स्तंभों और उनके अंतर्गत 25 गारंटी पर ध्यान केंद्रित किया है।