नासा का दावा 14 साल बाद जुलाई 2038 में ब्रह्माण्ड से पृथ्वी और इंसानों का मिट जायेगा नामों निशान

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क्या इंसानो का अंत समय आ गया है ,क्या अब पृथ्वी पर कोई भरी संकट आने वाला हैं ,तो इस सवाल का जवाब हैं जी हा ,आपको बता दे कि अमेरिका की स्पेस कंपनी नासा ने एक डरावनी चेतावनी दी हैं ,नासा ने कहा है कि 2038 में दूनिया ख़त्म हो जायेगी ,या तो पृथवी को भारी नुकसान का समाना करना पड़ेगा। नासा ने अपने इस रिपोर्ट में दावा किया हैं 12 जुलाई 2038 को छुद्र ग्रह या एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकरा सकता है ,जिसके बाद पृथ्वी पर मानव का रहना दुश्वार हो जायेगा ,रिपोर्ट में बताया गया कि इस विशालकाय एस्टेरॉयड के टकराने की संभावना 72 फीसदी है.

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नासा ने एक चौकाने वाला रिपोर्ट पेश किया हैं ,नासा ने अपने इस रिपोर्ट में दावा किया हैं कि अगले 14 सालों में एक खतरनाक क्षुद्रग्रह या एस्टेरॉयड पृथ्वी से टकरा सकता है. अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने एक काल्पनिकल टेबलटॉप एक्सरसाइज की रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. रिपोर्ट में बताया गया कि इस विशालकाय एस्टेरॉयड के टकराने की संभावना 72 फीसदी है. हालांकि, निकट भविष्य में ऐसे किसी भी एस्टेरॉयड की पहचान नहीं हुई है, लेकिन 14 सालों में ऐसा होने की संभावना जताई गई है.नासा ने रिपोर्ट में इस खगोलीय घटना की तारीख भी बताई है और उसके हिसाब से ऐसा होने में 14.25 साल हैं. यानी इसकी तारीख होगी- 12 जुलाई, 2038. नासा ने 20 जून को जॉन्स हॉपकिंस एप्लाइड फिजिक्स लेबोरेटरी (APL) में टबेलटॉप एक्सरसाइज के बारे में बताया था. इस एक्सरसाइज में नासा के अलावा 100 से ज्यादा विभिन्न अमेरिकी सरकार की और दूसरे देशो की एजेंसियां भी शामिल थीं.रिपोर्ट में बताया गया कि यह एक्सरसाइज इस वजह से की गई थी कि इस तरह के खतरे से निपटने के लिए पृथ्वी की क्षमता का आकलन किया जा सके. इसमें यह भी कहा गया कि एक्सरसाइज के दौरान काल्पनिक परिदृश्य के लिए खास तरह का माहौल तैयार किया गया, जिसमें कभी नहीं पहचाने गए स्टेरॉयड की पहचान की गई. शुरुआती गणना के अनुसार इस स्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने की 72 फीसदी संभावना है, जिसमें करीब 14 सालों का समय लगेगा. हालांकि, स्टेरॉयड के आकार, कॉम्पोजिशन और लॉन्गटर्म ट्रेजेक्टरी को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है.

वॉशिंगटन में नासा हेड ऑफिस में प्लेनेटरी डिफेंड ऑफिसर लिंडले जॉनसन ने कहा कि इस एक्सरसाइज की शुरुआती अनिश्चितताओं ने प्रतिभागियों को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों पर विचार करने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि एक बड़ा स्टेरॉयड संभावित रूप से एकमात्र प्राकृतिक आपदा है, जिसके प्रभावों का पहले से ही इंसान टेक्नोलॉजी के जरिए आकलन कर सकता है और उससे बचने का रास्ता खोजने की कोशिश भी तकनीकी रूप से की जा सकती है.वैसे दोस्तों आपको क्या लगता कि नासा के इस रिपोर्ट में कितनी सच्चाई हैं क्या वास्तव में 14 साल बाद यानिकि जुलाई 2038 में ब्रह्माण्ड से पृथवी और इंसानों का नामों निशान मिट जायेगा

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