चित्र : MDMK सांसद ए.गणेशमूर्ति।
कोयंबटूर (तमिलनाडू)। 76 साल के एमडीएमके नेता ए.गणेशमूर्ति ने रविवार को आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद उन्हें कोयंबटूर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वो गुरुवार तक ईसीएचओ सपोर्ट में रहे। लेकिन उनकी मौत हो गई। वो लोकसभा टिकट ना मिलने से परेशान थे।
अस्पताल ने न्यूज बुलेटिन जारी कर कहा कि इरोड के सांसद और वरिष्ठ एमडीएमके नेता ए गणेशमूर्ति का सुबह करीब 5 बजे अस्पताल में निधन हो गया। तो वहीं, एमडीएमके के एक प्रवक्ता ने कहा कि डॉक्टरों ने इस संभावना के बारे में पहले ही चेतावनी दे दी थी।
बता दें कि गणेशमूर्ति, तीन बार सांसद रहे, 2019 में डीएमके के बैनर तले चुने गए, एमडीएमके में उनका एक प्रमुख स्थान था। वह पार्टी संस्थापक वाइको के साथ पोटा के तहत जेल में बंद नेताओं में से एक थे। हाल ही में एमडीएमके और डीएमके ने वाइको के बेटे दुरई को आगामी लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारने का फैसला किया है।
कन्नड़ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रविवार को वाइको ने कहा कि पार्टी की कोर टीम ने लंबी चर्चा के बाद दुरई को लोकसभा चुनाव में उतारने का फैसला किया है। दोनों नामों पर फैसला करने के लिए आंतरिक रायशुमारी भी हुई थी। हम गणेशमूर्ति को पुरस्कृत करने के लिए डीएमके प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बात करना चाहते थे। हमारे मन में उनके लिए विधानसभा चुनाव की सीट भी थी।