यूपी में माननीय ही है पेपर लीक के सरगना, मास्टरमाइंड बेदी राम के साथ निषाद पार्टी के विधायक विपुल दुबे भी शामिल

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पेपर लीक मामले में सुभासपा के विधायक बेदीराम बुरी तरीके से घिर गए है। बेदी राम का इतिहास साल 2006 में रेलवे भर्ती बोर्ड के पेपर लीक से जुड़ा हुआ है जहाँ STF ने बाकायदा चार्जशीट में बेदी राम सहित उनके 16 साथियों का नाम भी उजागर किया था। बेदी राम को STF ने उनके लखनऊ स्तिथ घर से गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी में विपुल दुबे का नाम सम्मिलित था जो आज निषाद पार्टी के टिकट पर विधायक है। ऐसे में अब जहां उत्तर प्रदेश में पेपर लीक एक बड़ा मुद्दा है तो वही यूपी के माननीय ही पेपर लीक के सरगना हैं। सुभासपा के गाजीपुर के जखनिया से विधायक बेदीराम के साथ निषाद पार्टी ज्ञानपुर से विधायक विपुल दुबे का नाम भी सामने आ रहा है। ऐसे में जहां बेदीराम जहां एक वीडियो वायरल होने के बाद से ही सवालों के घेरे में है तो वही उनके ही गिरोह के साथी और निषाद पार्टी से ज्ञानपुर से विधायक विपुल दुबे भी इस पूरे मामले में बराबर के हिस्सेदार है। बेदीराम वीडियो वायरल होने के बाद से ही अंडरग्राउंड हो चुके है, कुछ दिन पहले ही उनके सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से जानकारी मिली जहां बेदिराम एक वैवाहिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए उसके बाद से बेदीराम की कोई खैर खबर नही हैं।

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नकल माफिया से माननीय तक, STF ने बताया था पेपर लीक गैंग का सरगना

बेदीराम राजनीति में आने से पहले रेलवे में टीटी थे, साल 2006 में रेलवे भर्ती बोर्ड के पेपर लीक में उनका नाम आया। STF ने 16 सदस्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए बेदीराम को लखनऊ स्तिथ आवास से गिरफ्तार किया था। इसके बाद साल 2014 में STF ने इनकी अकूत संपति को भी उजागर किया था लेकिन तत्कालीन सपा सरकार में बेदिरम खुद को बचाने में सफल रहे थे। STF की चार्जशीट में विपुल दुबे का भी नाम शामिल था जो आज निषाद पार्टी के टिकट पर ज्ञानपुर से विधायक है लेकिन सुर्खिया सिर्फ बेदीराम बटोर रहे है। 3 राज्यों में कई मुकदमे दर्ज, कई न्यायालय में है विचाराधीन

नकल माफिया सुभासपा विधायक बेदीराम पर राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश में कुल कई मुकदमे दर्ज है जिसमें से 10 सिर्फ रेलवे भर्ती परीक्षा से जुड़े है वही इनके ऊपर राजस्थान में गैंगस्टर भी लगा हुआ है। वायरल वीडियो ने कराई फजीहत, राजभर को सीएम ने किया था तलब

सुभासपा विधायक बेदीराम के वायरल वीडियो जिसमें वो साफ कहते दिख रहे है कि कोई भी परीक्षा हो आसानी से पास कर दूंगा। इस वीडियो के बाद से ही बेदीराम अंडरग्राउंड है। जहां विपक्षी दल बेदीराम की गिरफ्तारी की मांग करते हुए उन्हों Neet/ NET परीक्षा का भी मास्टरमाइंड बता रहा है तो वही सपा सुर्पिमों अखिलेश यादव ने भी बेदीराम की गिरफ्तारी की मांग करके भाजपा पर भी कड़ा प्रहार किया है। इस पूरे मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुभासपा सुप्रीमों ओपी राजभर को तलब किया था, सीएम योगी इस मामले पर बेहद ही गम्भीर है। सीएम से मुलाकात के बाद ओपी राजभर दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। इस पूरे मुद्दे पर सुभासपा चुप्पी साध रखी हुई है।

बेदीराम पर बोले संजय निषाद, राजभर को ध्यान देना चाहिए:

वीडियो वायरल होने के बाद बेदीराम का नाम NEET/NET परीक्षा में भी सामने आ रहा है। आरोप है कि बेदीराम और उसके गैंग के तार इन परीक्षाओं से जुड़े हो सकते है। वही दूसरे तरफ एनडीए में सुभासपा के सहयोगी दल ओपी राजभर को निषाद पार्टी के सुप्रीमों और कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने इस मामले पर ध्यान देने की नसीहत तक दे डाली, लेकिन उनकी खुद की पार्टी के विधायक भी बेदीराम के पुराने सहयोगी है। साल 2006 के रेलवे भर्ती बोर्ड पेपर लिखकर मामले में बेदी राम के साथ विपुल दुबे का भी नाम एसटीएफ ने चार्जशीट सीट में दायर किया था। बेटी राम को लेकर कल 16 लोगों के खिलाफ एसटीएफ में चार सीट बनाई थी जिसमें बेदी राम गैंग के सरगना के तौर पर शामिल था। हल्की संजय निषाद में ओमप्रकाश राजभर को ध्यान देने की नसीहत तो दे डाली लेकिन अपनी ही पार्टी के विधायक के आपराधिक इतिहास पर आखिर कैबिनेट मंत्री संजय निषाद कब ध्यान देंगे।

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