CBI ने अदालत को बताया, ‘के कविता ने किसे 25 करोड़ रुपए देने’ के लिए मजबूर किया’

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चित्र : बीआरएस नेता के कविता।

नई दिल्ली। दिल्ली आबकारी नीति मामले में आरोपी बीआरएस नेता के. कविता ने एक बड़ा खुलासा किया। कविता ने कथित तौर पर, अरविंदो फार्मा के प्रमोटर शरत चंद्र रेड्डी को दिल्ली में पांच खुदरा क्षेत्रों के बदले, आम आदमी पार्टी को 25 करोड़ रुपये देने की धमकी दी थी।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को एक विशेष अदालत को बताया और उनकी हिरासत मांगी। बाद में अदालत ने उन्हें 15 अप्रैल तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया। सीबीआई ने के. कविता पर आरोप लगाया कि उन्होंने आम आदमी पार्टी को कथित रिश्वत का पैसा न देने पर शरत रेड्डी के कारोबार को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी।

शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच का सामना कर रहे सह-आरोपी शरत चंद्र रेड्डी सरकारी गवाह बन गए हैं। सीबीआई ने विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा को बताया कि रेड्डी ने दिल्ली में शराब के कारोबार में केवल के कविता के ‘आग्रह और आश्वासन’ पर भाग लिया, जो तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी हैं।

सीबीआई ने आरोप लगाया है कि के. कविता ने शरत चंद्र रेड्डी को बताया कि थोक व्यापार के लिए 25 करोड़ रुपये और प्रत्येक खुदरा क्षेत्र के लिए 5 करोड़ रुपए का अग्रिम भुगतान शराब का कारोबार हासिल करने के लिए दिल्ली सरकार में आम आदमी पार्टी को किया जाना था। यही भुगतान उसके सहयोगियों अरुण आर. पिल्लई और अभिषेक बोइनपल्ली को किया जाना था, जो विजय नायर के साथ समन्वय करेंगे, जो अरविंद केजरीवाल का प्रतिनिधि था।

प्रवर्तन निदेशालय ने के कविता को मार्च में गिरफ़्तार किया था। सीबीआई ने उनसे पूछताछ के कुछ दिन बाद गुरुवार को उन्हें गिरफ़्तार कर लिया। एजेंसी ने दावा किया कि साक्ष्यों के सामने रखे जाने पर भी उन्होंने उसके प्रश्नों का उत्तर नहीं दिया।

के. कविता पर साउथ ग्रुप का हिस्सा होने का आरोप है, जिसने शराब नीति के तहत लाइसेंस के लिए आप को कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। आम आदमी पार्टी ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि रेड्डी की कंपनी ने चुनावी बांड के जरिए भाजपा को 59.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया था।

आप नेता आतिशी ने दावा किया था कि जब आबकारी नीति तैयार की जा रही थी, तब रेड्डी ने 4.5 करोड़ रुपये के चुनावी बांड खरीदे और गिरफ्तारी के बाद उन्होंने 55 करोड़ रुपये के चुनावी बांड खरीदे और पैसा भाजपा के पास चला गया।’

बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आबकारी नीति मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ़्तार किया गया है। मनीष सिसोदिया फ़रवरी 2023 से इसी तरह के आरोपों में जेल में हैं। ‘आप’ का दावा है कि उसके नेताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई बीजेपी के राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा थी और इसमें पैसे का कोई सोर्स नहीं पाया गया है।

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