फाइल चित्र : पंजाब के सीएम भगवंत मान।
नई दिल्ली। दिल्ली आबकारी मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी (आप), बीजेपी और केंद्र के आमने-सामने है। इस बीच ‘आप’ के नेताओं का कहना है कि यदि दिल्ली के सीएम को लंबे समय के लिए जेल भेजा जाता है तो जेल में ही सीएम ऑफिस बनवाने के लिए वो दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट पर दस्तक देंगे।
शनिवार को आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब के सीएम भगवंत मान दिल्ली में थे। वो यहां केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आयोजित प्रोटेस्ट में शामिल हुए। उन्होंन कहा कि अगर दिल्ली के उनके समकक्ष अरविंद केजरीवाल को जेल भेजा जाता है, तो वे जेल से सरकार चलाने के लिए अदालत में याचिका दायर कर कार्यालय स्थापित करने की इजाजत लेंगे।
तो वहीं, पंजाब के सीएम ने यह भी कहा कि सीएम केजरीवाल की जगह कोई नहीं ले सकता है। पीटीआई से बात करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि सरकार जेल से नहीं चलाई जा सकती है।
भगवंत मान कहते हैं, ‘कानून कहता है कि वह दोषी पाए जाने तक जेल से काम कर सकते हैं। हम जेल में ऑफिस सेटअप करने के लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से अनुमति मांगेंगे और सरकार काम करेगी।’ मान बताते हैं कि आम आदमी पार्टी में जगह कोई नहीं ले सकता है। उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से पार्टी बनाई है।
उन्होंने कहा, ‘पार्टी (इंडिया अगेंस्ट करप्शन) आंदोलन से बनी है। वह पार्टी के वरिष्ठ संस्थापक सदस्य हैं। जिस दिन उन्होंने पार्टी पंजीकृत कराई और झाड़ू चुनाव चिह्न मिला, मैं उनके साथ नहीं था। मैं बाद में जुड़ा।
बता दें कि ईडी द्वारा दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार किए गए केजरीवाल को अदालत ने 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था. भारतीय जनता पार्टी ने केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है।