मैनपुरी की सदर तहसील के गांव लहर महुअन के दो किसानों ने वह कर दिखाया जो अब तक सिर्फ पहाड़ी इलाकों में ही संभव माना जाता था। यहां के किसान शैलेंद्र सिंह और रामनरेश ने कश्मीर और कुल्लू-मनाली की तरह सेब की खेती मैनपुरी की धरती पर सफलतापूर्वक कर दिखाई है।
दोनों किसानों ने वर्ष 2023-24 में एक एकड़ भूमि पर सेब के पेड़ लगाए थे। इससे पहले उन्होंने 2021 में नींबू की खेती की थी, जो अधिक सफल नहीं रही। लेकिन सेब की खेती ने महज 18 महीनों में उन्हें बेहतर परिणाम दिए।
किसान शैलेंद्र सिंह ने बताया, “यह आइडिया मुझे तब आया जब मैं राजस्थान के करौली माता मंदिर के दर्शन के लिए गया था। वहां एक बाग देखकर मेरे मन में विचार आया कि जब राजस्थान जैसे गर्म प्रदेश में बागवानी हो सकती है तो हमारे यूपी के मैनपुरी में क्यों नहीं? लौटकर मैंने प्रयास शुरू किया और अपने एक एकड़ खेत में फलदार बाग तैयार कर दिया। मेरे खेत की मिट्टी में भूरापन अधिक है, जो सेब की खेती के लिए अनुकूल है।
किसान रामनरेश ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “जब हमने राजस्थान में वह बाग देखा तो हमें यकीन हो गया कि हमारे यहां भी यह संभव है।