यूपी के पुलिस चौकी और थानों को लेकर योगी सरकार का बड़ा फैसला

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने काम करने के अंदाज को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहे है , बात अगर उत्तर प्रदेश की करै तो योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद से यूपी में माफिया गुंडे अपराधी सब खौफ में जीने को मजबूर है ,

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इस कढ़ी में योगी सरकार ने एक और बड़ा फैसला प्रदेश वासियों के लिया है और कहा की अब हर थाने में सीसीटीवी कैमरा लगाये जायेंगे जिससे पुलिस विभाग के कार्य करने का तरीका बदलने के साथ साथ आम जनता के कार्यों में और अधिक पारदर्शिता आयेगी ,योगी सरकार का फैसला इस लिए भी अहम् माना जा रहा है क्योंकि आये दिन पुलिस चौकी और थानों से शिकायत आती रहती थी कि कि फला थाने के सिपाही पीड़ित का नहीं लिख रहे FIR . बता दे की मुख्यमंत्री योगी ने सरकारी आवास पर बैठक की, इस बैठक में उन्होंने ‘सेफ सिटी’ परियोजना के कार्यों की समीक्षा की व इसके विस्तार की कार्ययोजना का भी अवलोकन किया.

इस अवसर पर सीएम योगी ने नगर निगम मुख्यालय वाले सभी शहरों और जनपद गौतम बुद्ध नगर मुख्यालय को सेफ सिटी के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए तो वहीं पुलिस थानों की कार्यप्रणाली में भी बदलाव के आदेश दिए, सीएम योगी ने कहा कि लोगों के परेशानियों को सुना जाए और उसका समाधान हो.सीएम योगी आदित्यनाथ ने सेफ सिटी की परियोजना को लेकर गृह विभाग के तमाम अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की, सीएम ने कहा कि प्रदेश के सभी पुलिस थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. इसके संबंध में एक ‘स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर’ तैयार किया जाए. ये कार्य शीर्ष प्राथमिकता के साथ कराया जाए. उन्होंने कहा कि, थानों में जहां जनसुनवाई होती हो, वहां कैमरे जरूर लगें. सभी कैमरों की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए.

सीएम योगी ने कहा, हर महीने में एक बार जनपद स्थर पर महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों व दिव्यांगजन के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाए, जहां उनकी समस्याओं को सुना जाए और उनका यथोचिक समाधान हो. सफल महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, दिव्यांगजन की पहचान कर उन्हें रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करें. यह प्रयास अन्य लोगों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा देगा. इस बैठक में सीएम योगी ने कहा कि अगले तीन महीनों के अंदर उत्तर प्रदेश 18 सेफ सिटी वाला देश का पहला राज्य होगा. पहले चरण में राज्य के सभी 17 नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर को ‘सेफ सिटी’ के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं. अगले तीन माह के अंदर पहले चरण का काम पूरा कर लिया जाए.

सेफ सिटी परियोजना महिलाओं की सुरक्षा पर केंद्रित है. इसे विस्तार देते हुए बुजुर्गों, बच्चों और दिव्यांगजनों की सुरक्षा से भी जोड़ना चाहिए.और साबसे बड़ा सवाल आपको को क्या लगता है योगी सरकार के द्वारा थानों और चौकी पर कैमरा लगवाने से लोगों को न्याय मिलने व पुलिस के कार्य करने के तरीके में बदलाव आएगा या नहीं

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