सुभासपा के एनडीए में शामिल होने से क्या करेंगे अब्बास अंसारी फसा पेंच

लोकसभा चुनाव से पूर्व सुभासपा के एनडीए में शामिल होने को भाजपा की बड़ी रणनीतिक जीत माना जा रहा है लेकिन कुछ उलझे सवालों को लेकर राजनीतिक बहस भी छिड़ गई है

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जिसका सटीक जवाब फिलहाल सत्तारूढ़ दल के पास भी नहीं दिख रहा है। ऐसा ही पेंच माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास को लेकर है। अब जेल में बंद अब्बास को राहत मिलेगी या इस मसले पर भाजपा व सुभासपा में पेच फंसेगा, निगाहें इसी पर टिकी हुई हैं। भाजपा से अलग होने के बाद ओपी राजभर की पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ा था। सुभासपा को छह सीटों पर जीत हासिल हुई थी। छह सीटों में एक सीट मऊ विधानसभा की थी। मऊ सीट से सुभासपा ने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को टिकट दिया था। 22 विधानसभा चुनाव में अब्बास ने भाजपा के अशोक कुमार सिंह को हराकर पहली बार विधायक बने हैं ,लेकिन अब सुभासपा एनडीए में शामिल हो गई है, जाहिर सी बात है कि अब्बास अब एनडीए खेमे के विधायक हैं। ऐसे में भाजपा के रुख पर सभी की निगाहें हैं।अब देखना बात ये होगी कि क्या अब्बास अंसारी भाजपा में शामिल होने की घोषणा करते है या नहीं। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी कहते हैं कि अपराध और अपराधियों के विरुद्ध हमारी पार्टी की नीति स्पष्ट है ……..

पार्टी अपनी नीति पर अडिग रहेगी । वहीं, सुभासपा के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर का कहना है कि अब्बास अंसारी हमारी पार्टी के चुनाव चिह्न पर चुनाव जीते हैं, वह हमारी पार्टी के निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं, उनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। अभी हमारी अब्बास को लेकर भाजपा से कोई बातचीत नहीं हुई है लेकिन यदि भविष्य में कोई बात आयेगी तो देखा जाएगा। फ़िलहाल आपको बता दे की सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी इस समय कासगंज जेल में बंद हैं ……अब्बास अंसारी पर मऊ विधानसभा चुनाव के दौरान एक चुनावी सभा में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा है। अपने भाषण में अब्बास अंसारी ने अधिकारियों से हिसाब-किताब कर लेने की धमकी दी थी। इसे आचार संहिता का उल्लंघन माना गया था। मामले को लेकर उन पर केस भी दर्ज कराया गया था।

लंबे समय तक फरार रहने के बाद उन्होंने सरेंडर कर दिया था, जिसके बाद से वह जेल में हैं। आपको बता दे कि योगी सरकार के आने के बाद गाजीपुर के रसूखदार अंसारी परिवार पर शिकंजा कसना तेज हो गया था। मुख्तार अंसारी, उनके भाई अफजाल अंसारी और बेटा अब्बास अंसारी तीनों जेल में है। शनिवार को ही हेट स्पीच के मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अब्बास अंसारी की कोर्ट में पेशी हुई है। इस बीच सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर एनडीए में शामिल हो गए हैं। राजभर की पार्टी सुभासपा से ही अब्बास अंसारी ने विधानसभा चुनाव लड़ा था और फिलहाल वह इसी पार्टी से विधायक हैं। ऐसे में चाहे-अनचाहे अब्बास अंसारी भी भाजपा नीत एनडीए गठबंधन का हिस्सा हो गए हैं।

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