सोमवार को श्री जटाशंकर महादेव भगवान की शाही सवारी निकाली गई। 2 किलोमीटर लंबी शोभायात्रा में 10 हजार से अधिक श्रद्धालु बाबा महाकाल के गीतों पर झूमते गाते पूरे शहर में करीब 10 किलोमीटर का भ्रमण करने के बाद मंदिर परिसर में पहुंचेगे।
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लगभग पांच दशक बाद श्री जटाशंकर महादेव की शाही सवारी की परंपरा को दोबारा शुरू करते हुए संध्या आरती भक्ति मंडल ने नगर वासियों के सहयोग से शोभायात्रा में शमा बांध दिया। हाथी घोड़े ऊंट पर बनी आकर्षक झांकियां के साथ ही पालकी में विराजे बाबा महाकाल का 100 से अधिक स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जा रहा है। पूरा शहर भगवान शंकर के संगीत से गूंज रहा है। 400 से ज्यादा वॉलिंटियर इस शोभायात्रा की कमान संभाले रहे है। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने जटाशंकर मंदिर परिसर में दोपहर 1:30 बजे महा आरती कर पार्टी पालकी उठाकर यात्रा की शुरुआत कराई। 1000 से अधिक महिलाएं इस यात्रा में भक्ति गीत पर नृत्य करते हुए शामिल हो रही है। शहर में इतनी बड़ी धार्मिक शोभायात्रा वर्षों बाद पहली बार निकल रही है।

जटाशंकर से शुरू होकर यह शोभायात्रा रात 9 जगमगाती रोशनी में मंडी के बस स्टैंड से जटाशंकर महादेव मंदिर के लिए रवाना हुई है। महाआरती व प्रसाद वितरण कर यात्रा का समापन किया जाएगा। जटाशंकर मंदिर के वैदिक संस्थान के आचार्य जितेंद्र चौबे के साथ भक्त मंडल इस यात्रा के नियंत्रण की कमान संभाले रहा। एडिशनल एसपी एसडीएम के साथ ही अन्य अफसर भी पुलिस फोर्स के साथ पूरी यात्रा मार्ग पर मौजूद रहे।