बारिश की हर बूँद अब केवल शीतलता नहीं, भगवान शिव की कृपा की वर्षा बनकर धरती पर बरस रही है, सावन वो पावन महीना जब भोलेनाथ अपने भक्तों की पुकार सुनते हैं, जब श्रद्धा, भक्ति और आस्था का संगम होता है।
- सावन का महत्व
पुराणों के अनुसार, सावन मास में ही माता पार्वती ने कठोर तप कर शिवजी को पति रूप में प्राप्त किया था और इस मास में हर सोमवार को की गई पूजा से भगवान शिव और माता पार्वती विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं। - यह चार सोमवार केवल व्रत नहीं, अवसर हैं अपने जीवन को मंगलमय बनाने के।
सावन सोमवार 2025 की तिथियाँ
- पहला सोमवार: 14 जुलाई
- दूसरा सोमवार: 21 जुलाई
- तीसरा सोमवार: 28 जुलाई
- चौथा सोमवार: 04 अगस्त

- पूजन विधि और अर्पण
हर सोमवार, सुबह स्नान करके सफेद या पीले वस्त्र धारण करें, शिवलिंग पर शुद्ध जल, कच्चा दूध, बेलपत्र और सफेद फूल अर्पित करें।
- ओम नमः शिवाय का जाप करते हुए, शिव चालीसा या रुद्राष्टक का पाठ करें।
- व्रत कथा सुने और दिन भर सात्विक आहार लें।
- मनोकामना पूर्ति और फल:
जो भी शिव भक्त सावन के इन चारों सोमवार को श्रद्धा और नियम से पूजन करता है,
उसके जीवन की हर बाधा समाप्त होती है, कर्म सुधरते हैं, मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और जीवन में आता है सौभाग्य और सुख-शांति।
- सावन के पहले सोमवार को क्या अर्पित करें?
1- शुद्ध जल – शिव का प्रथम प्रिय। इससे जीवन में पवित्रता और शांति आती है।
2- कच्चा दूध – शरीर और मन की शुद्धि के लिए, रोगों से मुक्ति के लिए।
3- बिल्वपत्र (बेलपत्र) – यह त्रिदेवों का प्रतीक है और शिव को अत्यंत प्रिय है।
4- सफेद फूल – शिव की शांति और करुणा को दर्शाते हैं।
5- ॐ नमः शिवाय का जप – यह सबसे प्रभावशाली मंत्र है, जो हर समस्या का समाधान है।
- सावन के दूसरो सोमवार को क्या अर्पित करें?
- इस विशेष दिन, शिवलिंग पर अर्पित करें पाँच शुभ वस्तुएं:
- 1- दूध – शरीर और मन की शुद्धि के लिए।
- 2- भांग – शिवजी की प्रिय वस्तु, जिससे क्रोध और अशांति दूर होती है।
- 3- धतूरा – नकारात्मकता का नाश करता है, और दु:स्वप्नों से मुक्ति देता है।
- 4- दही – वैवाहिक जीवन में मिठास और संतुलन लाता है।
- 5- शहद – संबंधों में मधुरता और प्रेम का प्रतीक है।”
- क्या लाभ मिलते हैं इस अर्पण से?
मानसिक तनाव समाप्त होता है
परिवार में प्रेम और तालमेल बढ़ता है
वैवाहिक जीवन में सामंजस्य आता है
टूटते रिश्तों में फिर से जुड़ाव आता है”
- सावन के तीसरा सोमवार को क्या अर्पित करें?
1- दही – जिससे जीवन में मिठास और शीतलता आती है
2- चावल – शुद्धता और समर्पण का प्रतीक
3- चंदन – शांति और सौम्यता का सूचक
4- गंगाजल – पवित्रता और मोक्षदायिनी
5- शमीपत्र – पापों से मुक्ति का प्रतीक, शिव को अति प्रिय लाभ घर में सुख-शांति पारिवारिक समृद्धि पापों से मुक्ति
- सावन के चौथा सोमवार को क्या अर्पित करें?
1- पंचामृत – (दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल) से शिवलिंग का अभिषेक करें।
2- शुद्ध शहद – जीवन में मिठास और संबंधों में मधुरता लाता है।
3- गंगाजल – सभी पापों का नाश करता है और शुद्धि प्रदान करता है।
4- सफेद फूल – भोलेनाथ को प्रिय होते हैं, शांति और सद्भाव के प्रतीक।
5- अक्षत (साफ चावल) – समर्पण और पूर्णता का प्रतीक। - लाभ, आर्थिक लाभ, करियर में उन्नति