बीते वित्तीय वर्ष यानि साल 2022 से 23 के बीच भारत में राज्यों के द्वारा लिया गया कर्ज रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुका है… वित्त मंत्रालय के ताजा आंकड़े बता रहे हैं कि इस वक्त तमिलनाडु पर सबसे ज्यादा कर्ज का भार है
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आइये आपको बताते है कि आखिर किस राज्य पर कितना कर्ज है ,तो बता दे की कर्ज लेने के मामले में सबसे ऊपर तमिलनाडु है .तमिनाडू पर 7 लाख 53 हजार 860 करोड़ का कर्ज है .उत्तरप्रदेश पर 7 लाख 10 हजार 210 करोड़ का कर्ज है.महाराष्ट्र पर6 लाख 80 हजार 357 करोड़ का कर्ज है .पश्चिम बंगाल पर 6 लाख 08 हजार 313 करोड़ का कर्ज है .राजस्थान पर 5 लाख 37 हजार 013 करोड़ का कर्ज है .कर्नाटक पर 5 लाख 35 हजार 157 करोड़ का कर्ज है .मध्यप्रदेश पर 3 लाख 78 हजार 617 करोड़ का कर्ज है .देश में बीते 3 सालों में 2020 से लेकर 2023 के बीच 28 राज्यों पर कर्ज का भार 43 प्रतिशत के पार जा चुका है ..सिर्फ ओडिशा इकलौता राज्य है जिसने अपना कर्ज घटाया है…दरअसल केंद्र राज्यों के कर्ज लेने की सीमा तय करता है जो इस वित्तीय वर्ष यानी 2023 से 24 के लिए राज्य के कुल GSDP का 3.5 प्रतिशत तय किया है जिसका कई राज्य विरोध कर रहे है।