उत्तर प्रदेश में शूटआउट पुलिस आउट

उत्तरप्रदेश में उमेश पाल हत्याकांड पर योगी सरकार का एक्शन शुरू हो गया है… इस मामले में तीन दरोगा सहित 8 पुलिसकर्मियों का तबादला किया जा चुका है… इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि इनके अतीक अहमद के गिरोह से संबंध रहे है .

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कथित रूप से इनके संबंधों की पुष्टि पुलिस की जांच में भी हो चुकी है…फिलहाल इनका स्थानांतरण किया गया है बाद में आगे की कार्यवाही भी की जा सकती है… यूपी में कुछ दिन पहले ही एक अधिकारी को ओसामा बिन लादेन को अपना आदर्श मानने के कारण बर्खास्त किया गया है… इसलिए इतना तय है कि अतीक से संबंध रखने वालों को भी बख्शा नहीं जाएगा… लेकिन उससे पहले पुलिस और जांच एजेंसियां पूरी जांच करना चाहती हैं… ध्यान देने योग्य बात यह है कि जिन पुलिसकर्मियों का तबादला हुआ है…वह सभी एक समुदाय विशेष से हैं… इन तबादलों के बाद अब अगला एक्शन क्या होगा… और उमेश पाल हत्याकांड के असली गुनाहगारों तक पुलिस कब पहुंचेगी…. करेंगे इसी मुद्दे पर चर्चा.

दरअसल, उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक गैंग से खाकी के रिश्ते को लेकर सवाल उठे थे। कई तरीके आरोप भी पुलिस पर लगे थे। लेकिन, इस मामले पुलिस का कोई भी अफसर कुछ बोलने को तैयार नहीं था। हालांकि, अतीक से पुलिसकर्मियों की नजदीकियों को लेकर सवाल उठे तो गोपनीय तरीके से प्रमुख थानों पर नजर रखी जाने लगी। ऐसा बताया जा रहा है कि पूरामुफ्ती, धूमनगंज और करेली थाने में तैनात पुलिसकर्मियों की संलिप्तता की जांच चल रही थी। इस बीच एक इंस्पेक्टर, तीन दरोगा समेत आठ पुलिकर्मियों का तबादला के आदेश जारी हो गए।

इन पुलिसकर्मियों का हुआ तबादला

  • धूमनगंज में तैनात इंस्पेक्टर वजी उल्लाह का हुआ तबादला।
  • करैली थाने में तैनात दरोगा इबरार अहमद का हुआ तबादला।
  • दरोगा समी आलम को मेरठ पीटीएस भेजा गया।
  • दरोगा उबैदुल्ला अंसारी को जालौन पीटीएस भेजा गया।
  • सिपाही फारूक अहमद और बाबर अली का भी हुआ तबादला।
  • महफूज आलम और मो.अयाज खान का भी हुआ तबादला।

जांच में 8 पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध

अतीक से नजदीकियों के चलते पुलिसकर्मियों की गोपनीय जांच शुरू हुई थी, जिसमें 8 पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी। ऐसी आशंका है कि गोपनीय जांच और प्रयागराज पुलिस की संस्तुति पर आठों पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है। ट्रांसफर आदेश में प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरण बताया गया है। उमेश पाल हत्याकांड के बाद माफिया अतीक गिरोह की मदद करने की बात भी सामने आई थी।

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