सोमवार को किसान नेता राकेश टिकैत गोल्डन टेम्पल पहुंचे । वहां उन्होंने गुरुद्वारा में माथा टेका और किसानो के अच्छे भविष्य के लिए अरदास भी की । इस दौरान उन्होंने कीर्तन भी सुना। गुरुघर में नतमस्तक होने के बाद टिकैत ने किसान आंदोलन के दौरान गुरुद्वारों द्वारा दिए गए सहयोग का भी धन्यवाद किया।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान नेता टिकैत आंदोलन के समय किये संघर्ष के बारे में बताया। टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान गुरुद्वारों का बहुत अधिक सहयोग मिला। गुरुद्वारों से आए लंगर के सहयोग के कारण यह आंदोलन एक साल से अधिक समय तक चल सका। इसके लिए किसान संगठन हमेशा ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की आभारी रहेगी। उन्होंने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारों की कोशिश अब किसानों की जमीनों को हड़पने की है। अगर किसान संगठन मिल कर रहेंगे तो मजबूत रहेंगे।
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टिकैत ने इस दौरान पंजाब के बाढ़ के हालातों और उससे हुए नुकसान पर भी चिंता व्यक्त की। टिकैत ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को किसानों को हुए नुकसान को लेकर चिट्ठी लिखी है। उन्हें केंद्र को भेजे लेटर के जवाब का इंतजार है। टिकैत ने इस दौरान मणिपुर हिंसा का कारण केंद्र सरकार को बताया है।

उन्होंने कहा कि सरकारें अपने फायदों के लिए 2 समुदायों को लड़ाती है। चाहे ये 2 अलग धर्म हों या खाप। हमें इसे समझना होगा और मिलकर रहना होगा।
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