रायपुर: पहाड़ी कोरवा की सामूहिक आत्महत्या मामला बीजेपी विधायक, सांसद करेंगे राज्यपाल से मुलाकात राजभवन जाएंगे बीजेपी विधायक और सांसद मामले की जांच के लिए बीजेपी ने बनाई थी समिति

जशपुर में पहाड़ी कोरवा परिवार की खुदकुशी मामले में भाजपा ने बड़ा दावा किया है। खुद नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने खुलासा करते हुए कहा है कि जिस परिवार ने जान दी उसके पास खाने को अन्न नहीं था, घर में एक किलो चावल नहीं मिला। प्रदेश भाजपा द्वारा तथ्यान्वेषण समिति बनायी गयी थी। इस समिति के सदस्य के रूप में हम सबने उस गांव का दौरा किया और पाया कि यह सामूहिक आत्महत्या भूख और गरीबी के कारण हुई है।
भाजपा का जांच दल 7 अप्रैल को उस गांव में पहुंचा जहां पति, पत्नी और दो बच्चों की लाश पेड़ से लटकी मिली थी। भाजपा नेताओं ने परिजनों से मुलाकात की, गांव के लोगों से बात की। नेताओं ने महत्वपूर्ण तथ्य एकत्र किये गए जिससे इस निष्कर्ष तक पहुंचना संभव हुआ कि परिवार भूख एवं गरीबी से बदहाल था। उन्हें किसी शासकीय योजना का भी लाभ लम्बे समय से नहीं मिल पा रहा था।
भाजपा ने ये तथ्य पेश किए
– मृतक के माता-पिता की मृत्यु पहले ही हो गई है। पिता की हत्या हुई थी।
– मृतक के बड़े पिता जी जीवित है जिनका नाम बुधई है।
– मृतक के छोटे भाई का नाम देवकुमार।
– 2016-17 में निर्मित प्रधानमंत्री आवास में मृतक परिवार निवासरत थे।
– वहां खेती-किसानी में उपज अत्यंत कम है। छोटे भाई के यहां कुल मात्र 20-22 किलो मक्के की फसल हुई है।
– मृतक परिवार ग्राम बैगाकोंना महुआ बेचने जाते थे।