ALSO READ Lucknow : उत्तरप्रदेश के बजट पर सपा प्रमुख कि प्रतिक्रिया, अखिलेश यादव ने बजट को बताया दिशाहीन
नक्सलवाद का गढ़ कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ के नारायणपुर (Narayanpur) जिले में धर्मांतरण की आग तेजी से फैल रही है. जिले के 25 से 30 गांव के हजारों लोगों ने क्रिश्चियन (Christian) धर्म को अपना लिया है. इस कारण हालात इतने बिगड़ गए हैं कि यहां के आदिवासी आपस में ही एक दूसरे की जान के दुश्मन बन बैठे हैं. इस आग से बचने के लिए 10 से अधिक गांव के लोग बीते 15 दिनों में अपने रिश्तेदारों के घर चले गए हैं, जबकि कई परिवारों ने जंगलों का सहारा ले लिया है.
लोगों में मन में खौफ है कि अगर वे वापस अपने घर आए तो मूल धर्म के आदिवासी उनके जान के दुश्मन बन जाएंगे. आखिर नारायणपुर जैसे शांत इलाके में क्यों इस तरह की परिस्थिति बनी और इसकी शुरुआत कैसे हुई? क्यों आदिवासी अपने ही आदिवासी भाइयों की जान के दुश्मन बन बैठे?