छत्तीसगढ़ में अविश्वास प्रस्ताव पर सियासत तेज

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आज बात अविश्वास प्रस्ताव पर हो रही सियासत की. छत्तीसगढ़ में जगदलपुर की महापौर सपेरा साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को बस्तर कलेक्टर ने ही निरस्त कर दिया. कलेक्टर का कहना है कि कोरम पूरा नहीं है इसलिए अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया जा सकता. नगर निगम परिषद में 29 पार्षद कांग्रेस के हैं और कांग्रेस का बहुमत है.. फिर भी भाजपा ने अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया. कांग्रेस का कहना है कि जानबूझकर प्रोपेगेंडा के लिए यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया.

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क्योंकि भाजपा के कुछ पार्षद खुद को बड़ा नेता दिखाने का स्टंट करना चाह रहे थे. उधर भाजपा का कहना है कि 29 पार्षद और बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस का इस तरह चर्चा से भागना इस बात का प्रमाण है कि सरकार भ्रष्ट है. इसके जवाब में कांग्रेस का कहना है कि चुनाव के समय में पार्टी की आए दिन विशेष बैठक हो रही हैं. इसलिए सभी पार्षद व्यस्त हैं. बहुमत न होने के बावजूद भाजपा का अविश्वास प्रस्ताव लाने का मकसद क्या था. और कांग्रेस चर्चा से क्यों पीछे हटी यह जानने की कोशिश करते हैं.

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