30 जुलाई को इंदौर राजनीति का अखाड़ा बनेगा । जहां एक तरफ कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कन्हैयाकुमार इस दिन इंदौर में रहेंगे तो भाजपा के दिग्गज नेता एवं देश के गृहमंत्री अमित शाह भी इसी दिन इंदौर आ रहे हैं।

इसीलिए ये माना जा रहा है ,कि इंदौर 30 जुलाई को राजनिति के दृष्टि से इतिहास रचेगा ,पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर शब्दो के बाण से हमला करंगे , वहीं अमित शाह की तैयारियों को लेकर इंदौर आए प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इस दिन वे लोग भी इंदौर में होंगे जो देश के टुकड़े-टुकड़े करने की बात करते हैं। ….. यदि 30 जुलाई को इंदौर में हैं तो यहीं से आपको चुनाव की मूल थीम समझ आ जाएगी। मिश्रा ने आगे कहा कि कमलनाथ जी जिसके साथ इंदौर में मंच शेयर करेंगे ये वही हैं जिसने भारत तेरे तुकड़े होंगे, भारत की बर्बादी तक जंग हमारी जारी रहेगी, अफजल हम शर्मिंदा हैं, तुम कितने अफजल मारोगे… जैसे नारे देने वाले कन्हैयाकुमार हैं तो दूसरी ओर देश के गृहमंत्री हैं जो कहते हैं, जिस घर से अफजल निकलेगा उसे घर में घुसकर मारेंगे। भाजपा इंदौर में राष्ट्र भक्तों का सम्मेलन करने जा रही है।

अब देखने वाली बात ये होगी कि इंदौर की जनता अमित शाह को सुनने जायेगी या फिर कमलनाथ और कन्हैया कुमार की विचाधारा में सम्मलित होंगी आपको यह भी बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में इंदौर की 9 सीटों पर मिले जुले परिणाम देखने को मिले थे… भाजपा ने 2018 विधानसभा चुनाव में 9 में से मात्र 5 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की थी अब देखने वाली बात यह होगी कि इस बार इंदौर की 9 सीटों पर कौन मजबूत रहेगा और कौन कमजोर साबित होगा