महाराजपुर थाना क्षेत्र के महोली गांव में जमीनी विवाद के चक्कर में महिला को उतारा मौत के घाट उसके बाद आरोपियों ने शव को बोरे में भरा फिर एक ओला टैक्सी में शोर रखने लगे तभी चालक ने बोरे से खून टपकता देखा ,तो वह वहां से भाग निकला और हाईवे पर मौजूद पीआरवी पुलिस को सूचना दी .
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उधर जब पीआरवी मौके पर पहुंची तो आरोपी शव समेत गायब हो गए। पुलिस उनकी तलाश में जुटी महाराजपुर के महोली गांव निवासी रामचंद्र की पत्नी कुसुम लगभग 20 वर्ष पूर्व रामचंद्र को छोड़कर चली गई थी। जिसके कारण रामचंद्र की दिमागी हालत खराब हो गई थी रामचंद्र अपने भाई और भतीजे के साथ गांव में ही रहता था। संपत्ति में हिस्सेदारी लेने के लिए कुसुम 20 साल के बाद 3 दिन पहले गांव में आई जिस पर बबलू और आंसू ने हत्या की योजना बनाई फिर उसे नोएडा निवासी अपने एक रिश्तेदार सौरव से भी बात की उसका रिश्तेदार से नोएडा से ओला टैक्सी बुक करके सोमवार को देर रात को महाराजपुर हाईवे पहुंचा .जहां पर आशु और बबलू कुसुम की लाश को बोरे में भरकर इंतजार कर रहे थे उसी दौरान आरोपी ने ओला टैक्सी चालक से गाड़ी की डिग्गी खोलने को कहा चालक ने जब बोरे के बारे में पूछा तो आरोपियों ने चावल की बोरियां होने की बात कही,चालक ने एक बोरी रखने के बाद जब दूसरी बोरी को देखा तो उसे खून टपक रहा था।

उसी दौरान चालक ने बड़ी ही चालाकी से अपनी टैक्सी लेकर भाग खड़ा हुआ और सारी जानकारी पुलिस को दी . टैक्सी चालक ने एसीपी चकेरी अमरनाथ यादव ने टैक्सी चालक से पूछताछ के बाद एसीपी चकेरी ने बताया कि आरोपी भतीजे ने अपनी चाची की हत्या करने के बाद शव को बोरे में भरा उसके बाद वह शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे ओला टैक्सी में रख रहे थे। लेकिन टैक्सी चालक भरतपुर राजस्थान निवासी दीपक कुमार की सूझबूझ से मामले की जानकारी हुई उन्होंने बताया कि आरोपी शव को बाइक से लेकर भाग गए। उनकी तलाश ड्योडी घाट समेत आसपास के जंगलों की में की जा रही है जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर शव को बरामद किया जाएगा।