मप्र केडर के आईएएस नियाज खान ने देश के मुसलमानों को सलाह दी है कि गौरक्षक बनें, इस्लाम में धर्म परिवर्तन न कराएं, शाकाहारी बनें, ब्राह्मणों से मधुर संबंध रखें। आज सुबह एक ट्वीट कर नियाज खान ने लिखा है कि – मुस्लिम भाई भी गौ रक्षक बनें, धर्म परिवर्तन का विरोध करें, किसी का धर्म ना बदलवाएं।
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जबरन धर्म बदलवाना इस्लाम में प्रतिबंधित है। अगर शाकाहार अपना सकें तो यह एक बेहतरीन प्रयास होगा। यद्यपि शाकाहारी बनने को बाध्य नही किया जा सकता। हर मुस्लिम भाई ब्राह्मणों से मधुर संबंध रखें।हम आपको बता दे कि नियाज खान जाने माने उपन्यासकार हैं। उनके 8 उपन्यास आ चुके हैं। इसमें “ब्राह्मण द ग्रेट” उपन्यास काफी चर्चित हैं। इसमें उन्होंने लिखा है कि ब्राम्हणों का सुपर ब्रेन होता है. उन्हें हर फील्ड में बौद्धिक नेतृत्व दें, तो क्रांतिकारी बदलाव आ सकता है. खान ने चाणक्य से प्रभावित होकर यह उपन्यास लिखा है. उनका मानना है कि संघर्षों के बाद भी ब्राम्हणों ने अपनी संस्कृति बचाकर रखी है. इतिहास में ब्राम्हणों ने समाज का पथ प्रदर्शन किया है. ऐसा नहीं कि सिर्फ पूजा-पाठ की. महाकाल की नगरी उज्जैन में ब्राम्हण द ग्रेट का विमोचन हुआ था. उस वक्त खान ने कहा था कि ब्राम्हण समाज इस सनातन धर्म का केंद्र बिंदु है.