जालौन में 17 साल पहले एक महिला की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी, पुलिस ने उस समय महिला के शव को बरामद किया था, मगर उसकी शिनाख्त न कर पाने के कारण शव को अज्ञात मानते हुए जला दिया था, आज 17 साल बाद उस महिला की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है, पुलिस ने महिला की हत्या करने वाले आरोपी पति व उसके चाचा को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने दहेज के लालच में आकर महिला की बेरहमी से हत्या कर दी थी साथ ही शव को दूसरे स्थान पर ठिकाने लगा दिया था, इस मामले का खुलासा महिला के भाई द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर हुआ है, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुये आरोपी पति व उसके चाचा को गिरफ्तार करने के बाद जेल भेज दिया।
ALSO READ-सड़क किनारे मिला शव, खून से लथपथ युवक का शव
इस मामले का खुलासा करते हुए जालौन के पुलिस अधीक्षक डॉ ईरज राजा ने बताया कि 17 अप्रैल को डकोर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम टिमरो निवासी विष्णु सैन पुत्र रामसेवक हाल निवास राजेंद्र नगर उरई ने जनसुनवाई के दौरान एक शिकायती पत्र दिया था, जिसमें उसने बताया था कि उसकी बहन मंजू का विवाह 2005 में संतोष पुत्र नत्थू निवासी इंदिरा नगर उरई के साथ हुआ था, विवाह के बाद संतोष व उसके परिजनों द्वारा अतिरिक्त दहेज की मांग शुरू कर दी गई, मगर आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण में अतिरिक्त दहेज की मांग पूरी न होने पर बहन मंजू को तरह-तरह से ससुरालीजनों द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा और 2006 के बाद से उसकी बहन मंजू अचानक गायब हो गई और उसका कोई पता नहीं चला, बहिन मंजू और बहनोई संतोष अचानक गायब होंगे और दोनों का पता नहीं चल सका, उसने बहनोई संतोष और उसके चाचा रामहेत पर हत्या करने का आरोप लगाया, जिस पर पुलिस ने जांच की और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में टीम बनाई, जहां पुलिस ने दबिश देकर कानपुर देहात के भोगनीपुर थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम माचा से संतोष को गिरफ्तार किया, जहां उससे पूछताछ की गई तो उसने हत्या की बात कबूल की।
बाइट:- विष्णु (मृतिका का भाई)
इस मामले में जालौन के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर ईरज राजा ने खुलासा करते हुए बताया कि 2006 में दहेज के लालच में संतोष ने अपने चाचा रामहेत के साथ मिलकर मंजू को जंगल में ले जाकर सिर पर वार करते हुये बेरहमी से हत्या कर दी और यहां से बाहर रहने लगा साथ ही दूसरी शादी भी कर ली जो अपनी दूसरी पत्नी के साथ कानपुर देहात में रह रहा था। आरोपी से जब पूछताछ की गई तो उसने हत्या में प्रयोग की गई सरिया और अन्य सामान बरामद किया है।
बाईट- डॉक्टर इरज राजा- एसपी, जालौन
एसपी ने बताया कि यह 17 साल पुराना मामला है, महिला का शव पहले ही बरामद हुआ था मगर उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी, जिस कारण उसे अज्ञात में उसका अंतिम संस्कार करा दिया था, आज इस मामले में खुलासा हुआ है, वही इस मामले में मृतक महिला मंजू के भाई विष्णु का कहना है कि वह 2006 से लगातार पुलिस की चौखट पर जा चुका है, उरई कोतवाली पुलिस द्वारा उसकी सुनवाई नहीं की गई थी, लगातार अधिकारियों के भी चक्कर लगाये, मगर किसी भी अधिकारी द्वारा उसकी सुनवाई नहीं की गई, जिस कारण उसे न्याय मिलने में देरी हुई है। इस दौरान बहन की मौत के सदमे में पिता का भी देहांत हो गया है, आज पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उससे बहन की आत्मा को शांति मिलेगी।