also read आंगनबाड़ी वर्करों और हैल्परों को सीएम भगवंत मान ने दी बड़ी सौगात
अजरबैजान के बाकू में खेला जा रहा इंटरनेशनल चेस फेडरेशन यानी की चेस वर्ल्ड कप में उस समय भारत का नाम रोशन हुआ, जब भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए प्रगनानंदा चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचे। दरअसल, दुनिया के नंबर-3 खिलाड़ी फैबियानो कारूआना को हराने के बाद भारत के प्रगनानंदा चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच गए है। इस दौरान टूर्नामेंट के दौरान पास में ही बैठी प्रगनानंद की मांके आंखों से खुशी के आंसू नहीं रूके।

जो बेहद भावुक कर देने वाला पल था। FIDE वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचे भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रगनानंदा ने सोमवार रात दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फैबियानो कारूआना को टाई-ब्रेक में 3.5-2.5 से हराया। आपको बता दे की इसके साथ ही प्रगनानंदा यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं।

बता दें कि इससे पहले विश्वनाथन आनंद के नाम यह रिकॉर्ड था।फाइनल में अब प्रगनानंदा का सामना दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन से होगा। अगर प्रगनानंदा ये मैच जीत जाते हैं तो उन्हें इनाम में 91 लाख रुपए की राशि मिलेगी। फाइनल में आर प्रगनानंदा और मैग्नस कार्लसन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। आपको बता दे दोनों खिलाडियों के बीच अब तक 19 मुकाबले हुए हैं। इसमें से कार्लसन ने 8 और प्रगनानंदा ने 5 मुकाबले जीते हैं। हालांकि 6 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। वहीं यह भी बता दें कि चेस वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने वाले चेन्नई के रहने वाले प्रगनानंद ने 2018 में प्रतिष्ठित ग्रैंडमास्टर की उपलब्धि हासिल की है। आपको ये जानकर हैरानी होगी की वे भारत के सबसे कम उम्र के और उस समय दुनिया में दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे।