उन्नाव शहर में क़ाज़ी ने दिया लव जिहाद पर बयान कहा कि मुस्लिम हो या गैर मुस्लिम, धोखा देना नाजायज और हराम
देश मे आज कल लव जिहाद सुर्खियों में हैं। देश के कई राज्य जिले और गॉव इसकी चपेट में हैं
ALSO READ love jihad : बंटू खान ने पहले किया हिंदू महिला से निकाह फिर उतार दिया मौत के घाट

आये दिन लव जिहाद के मामले बड़ी संख्या देखने को मिलते रहते है। लव जिहाद के मामले में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने मुस्लिम युवाओं को फरमान सुनाते हुए एक बयान जारी किया हैं । मौलाना ने बयान में कहा कि लव जिहाद को इस्लाम इजाजत नही देता वंही मौलाना शहाबुद्दीन के इन बयान का उन्नाव शहर के काजी मौलाना निशार अहमद ने भी समर्थन किया है। मौलाना निशार अहमद मिस्बाही ने कहा की गैर मुस्लिम लड़कियों को फसाना मजहबी इस्लाम में जायज नहीं है। मुस्लिम लड़का हो या लड़की उन्हें अपनी पहचान नहीं छुपानी चाहिए। मुस्लिम युवकों द्वारा टिका लगाकर, कलावा पहनकर , अपनी पहचान छुपा कर दूसरे धर्म की लड़कियों को धोखा देने के सवाल पर भी शहर काजी निशार अहमद मिस्बाही ने बयान दिया है और कहा है कि सरासर वह धोखा दे रहे हैं, धोखा देना मजहबी इस्लाम में नाजायज हराम गुनाह है। शहर काजी ने बताया कि धोखा देना इस्लाम में बिल्कुल नाजायज हराम है।

मुस्लिम हो या गैर मुस्लिम, धोखा देना नाजायज और हराम है। कलावा बांधे या टीका लगाएं या बगैर कलावा बांधे या टीका लगाएं यह सरासर नाजायज गुनाह है। इस्लाम में किसी को बिना वजह फसाना, गिरफ्तार करना, प्रेम करना नाजायज तौर पर प्यार मोहब्बत हमारा मजहब इजाजत नहीं देता है।जायज तरीके से निकाह करने की इजाजत देता है। मजहब छुपा कर गैर मुस्लिम से निकाह करना यह सरासर नाजायज गुनाह हराम है। निकाह करो लेकिन अपने लोगों से निकाह करो अगर मुसलमान हो तो मुस्लिम लड़की से निकाह करो।